Tej Pratap Yadav Political Journey : समाजवादी पार्टी ने 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए करहल विधानसभा सीट से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। तेज प्रताप यादव सपा के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पोते हैं, साथ ही वे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद भी हैं। हाल ही में समाजवादी पार्टी के सांसद प्रो. राम गोपाल यादव ने यह घोषणा की थी कि तेज प्रताप यादव करहल सीट से चुनाव लड़ेंगे। अब पार्टी ने आधिकारिक रूप से उनकी उम्मीदवारी पर मुहर लगा दी है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और राजनीतिक विरासत
तेज प्रताप यादव मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रतन सिंह यादव के पोते हैं। उनका जन्म 21 नवंबर 1987 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था। उनके पिता रणवीर सिंह यादव सैफई महोत्सव के संस्थापक थे। रणवीर सिंह यादव का निधन 2002 में हो गया था, जिसके बाद तेज प्रताप ने पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ सैफई महोत्सव की कमान भी संभाली। इस विरासत के चलते तेज प्रताप यादव का राजनीतिक कॅरियर काफी मजबूत रहा है।
तेज प्रताप यादव की शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी राज लक्ष्मी यादव से 2015 में हुई थी। इस शादी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आशीर्वाद देने पहुंचे थे। राजनीतिक और पारिवारिक रूप से प्रतिष्ठित इस रिश्ते ने तेज प्रताप यादव की सियासी साख को और बढ़ाया।
शिक्षा और प्रारंभिक राजनीतिक जीवन
तेज प्रताप यादव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नोएडा के दिल्ली पब्लिक स्कूल से पूरी की और फिर एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा से बीकॉम ऑनर्स की डिग्री हासिल की। उच्च शिक्षा के लिए वे यूनाइटेड किंगडम गए और लीड्स विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री प्राप्त की। उनकी शैक्षणिक योग्यता और अंतर्राष्ट्रीय अनुभव ने उन्हें राजनीति में एक नई दिशा दी।
तेज प्रताप यादव का राजनीतिक सफर Tej Pratap Yadav Political Journey
तेज प्रताप यादव ने 2004 में अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की। वे सबसे पहले क्षेत्र पंचायत सदस्य के रूप में निर्विरोध चुने गए। इसके बाद, 2011 में सैफई के ब्लॉक प्रमुख के रूप में भी निर्विरोध निर्वाचित हुए। उनके इस सफर ने उन्हें समाज में एक मजबूत राजनीतिक नेता के रूप में स्थापित किया।
मैनपुरी लोकसभा सीट से जीत
2014 में जब मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट से इस्तीफा दिया, तो तेज प्रताप यादव ने इस सीट से उपचुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की। उन्होंने 3.12 लाख वोटों के बड़े अंतर से मैनपुरी लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। इस जीत ने उन्हें राजनीति में एक प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित किया और उनकी लोकप्रियता को बढ़ाया।
करहल सीट से उम्मीदवारी
तेज प्रताप यादव की उम्मीदवारी करहल विधानसभा सीट से तय हो चुकी है। उनकी राजनीतिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ-साथ पार्टी के भीतर उनकी मजबूत पकड़ से यह संभावना जताई जा रही है कि वे इस चुनाव में भी अपना प्रभाव बनाए रखेंगे। सैफई के यादव परिवार के सदस्य के रूप में उनकी उम्मीदवारी ने सपा समर्थकों के बीच उत्साह बढ़ा दिया है।
तेज प्रताप यादव का करियर युवा नेताओं के लिए एक प्रेरणा है, और उनके नाम के साथ जुड़ी राजनीतिक विरासत से उनका भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है।