उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में बड़ौत विधानसभा सीट से केपी मलिक [ MLA Krishan Pal Malik ] ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में शानदार जीत हासिल की। उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी जयवीर तोमर को हराकर विधानसभा में अपनी जगह बनाई। उनकी जीत पार्टी और उनके राजनीतिक अनुभव के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही।
बागपत जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर बागपत और बड़ौत में भाजपा जीती, छपरौली में रालोद.
केपी मलिक का सियासी इतिहास [ MLA Krishan Pal Malik ]
केपी मलिक का जन्म 8 सितंबर 1960 को उत्तर प्रदेश के शामली जिले के खोदना खुर्द गांव में हुआ। उन्होंने 1976 में मुस्लिम इंटर कॉलेज, असारा से हाई स्कूल की शिक्षा प्राप्त की। 2 जून 1985 को उनका विवाह श्रीमती सरला मलिक से हुआ और उनके दो बच्चे हैं।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने 1988 में बड़ौत नगर पालिका में सभासद के रूप में की। 1990 में वे नगर पालिका बड़ौत के चेयरमैन बने। इसके बाद, 1996 में उन्हें खाद्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उत्तरी परिक्षेत्र के निदेशक के रूप में नामित किया गया। 1999 में वे उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के मेरठ और सहारनपुर मंडल के निर्विरोध निदेशक चुने गए।
साल 2004 में उन्होंने स्थानीय निकाय (प्राधिकारी क्षेत्र- मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, हापुड़) से विधान परिषद सदस्य के रूप में जीत हासिल की। 2012 में वे पुनः नगर पालिका बड़ौत के अध्यक्ष चुने गए। 2017 में उन्होंने बड़ौत विधानसभा सीट से जीत हासिल कर विधायक बने और 2022 में फिर से चुनाव जीतकर विधायक बने। योगी सरकार में उन्हें राज्यमंत्री का पद सौंपा गया।
परिवार और संपत्ति
केपी मलिक [ MLA Krishan Pal Malik ] की पत्नी सरला मलिक भी राजनीति में सक्रिय रही हैं। वे 2006 में नगर पालिका परिषद बड़ौत की चेयरमैन चुनी गईं। केपी मलिक के पास करोड़ों की संपत्ति है। 2021-22 के चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनकी वार्षिक आय 45,07,862 रुपये थी, जबकि उनकी पत्नी की आय 8,61,692 रुपये थी। उनके पास 5.50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है, जिसमें से 1.27 करोड़ रुपये की संपत्ति उनकी पत्नी के नाम पर है। उनके पास दो कारें (स्कॉर्पियो और टोयोटा कोरोला), सोना-चांदी, नकदी, एलआईसी पॉलिसी, खेती योग्य भूमि और दिल्ली में एक दुकान भी है।
राजनीतिक सफर [ MLA Krishan Pal Malik ]
- 1988: नगर पालिका परिषद, बड़ौत के सभासद बने।
- 1990: नगर पालिका परिषद, बड़ौत के चेयरमैन बने।
- 1996: खाद्य मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा उत्तरी परिक्षेत्र के निदेशक नामित।
- 1999: उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के मेरठ व सहारनपुर मंडल के निर्विरोध निदेशक निर्वाचित।
- 2004: विधान परिषद सदस्य निर्वाचित।
- 2012: नगर पालिका परिषद, बड़ौत के अध्यक्ष बने।
- 2017: बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित।
- 2022: पुनः बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित और राज्यमंत्री बनाए गए।
कृष्ण पाल मलिक – राजनीतिक सफर [ MLA Krishan Pal Malik ]
वर्ष | पद/जिम्मेदारी |
---|---|
1988 | नगर पालिका परिषद, बड़ौत के सभासद बने। |
1990 | नगर पालिका परिषद, बड़ौत के चेयरमैन बने। |
1996 | खाद्य मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा उत्तरी परिक्षेत्र के निदेशक नामित। |
1999 | उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के मेरठ व सहारनपुर मंडल के निर्विरोध निदेशक निर्वाचित। |
2004 | उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य निर्वाचित। |
2012 | नगर पालिका परिषद, बड़ौत के अध्यक्ष बने। |
2017 | बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित। |
2022 | पुनः बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित और राज्यमंत्री बनाए गए। |
कृष्ण पाल मलिक ने नगर पालिका से लेकर विधानसभा और फिर मंत्री पद तक का सफर तय किया, जिससे उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ और प्रभाव झलकता है।
केपी मलिक [ MLA Krishan Pal Malik ] की राजनीतिक यात्रा चार दशकों से अधिक लंबी रही है, जिसमें उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और जनता की सेवा की। उनका अनुभव और राजनीतिक कौशल उन्हें उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण नेता बनाता है
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बागपत जिले की विधानसभा सीटों के विजेता (2022 चुनाव परिणाम) [ Baghpat Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी | जीत का अंतर |
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बड़ौत | कृष्णपाल मलिक | भारतीय जनता पार्टी (BJP) | 315 वोट |
बागपत | योगेश धामा | भारतीय जनता पार्टी (BJP) | 6733 वोट |
छपरौली | अजय कुमार | राष्ट्रीय लोकदल (RLD) | 29,508 वोट |