Atul Pradhan Political Journey
1983 में मेरठ के सरधना में जन्मे अतुल प्रधान को सपा का एक प्रभावशाली नेता माना जाता है।
अतुल प्रधान के पिता ज्ञानेन्द्र प्रधान और माता ब्रह्मावती देवी का निधन हो चुका है। उनकी पत्नी, सीमा प्रधान, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं और 2023 में महापौर का चुनाव लड़ी थीं।
अतुल प्रधान का राजनीतिक सफर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के कैंपस से शुरू हुआ, जहां उन्होंने छात्र राजनीति में हिस्सा लिया और सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष बने।
उनका राजनीतिक करियर 2012 में सरधना विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने से शुरू हुआ, हालांकि वह भाजपा के संगीत सोम से हार गए।
2017 में फिर से चुनाव लड़ने के बावजूद, अतुल को हार का सामना करना पड़ा।
लेकिन 2022 में सपा-रालोद गठबंधन से उन्होंने सरधना विधानसभा सीट पर 18,160 वोटों से जीत दर्ज की, जहां उन्होंने भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हराया।
अतुल प्रधान वेस्ट यूपी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं और गूर्जर समाज से आते हैं।
कभी ‘अंतरात्मा’ जगी और पाला बदल हो गया ?
अतुल प्रधान का राजनीतिक सफर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से शुरू हुआ, जहां उन्होंने छात्र राजनीति में भाग लिया और सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष बने।
अतुल प्रधान शुरू से ही समाजवादी पार्टी से जुड़ रहे हैं