बीजेपी के टिकट पर 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे सभाकुँवर कुशवाहा ने भाटपाररानी सीट पर कमल खिलाकर इतिहास रच दिया है. बीजेपी ने देवरिया जिले में क्लीन स्वीप करते हुए सभी सातों सीटें जीत ली हैं.
आज आवास पर आए हुए देवतुल्य जनता से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम लिया और उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनकर उसके त्वरित निराकरण के लिए संबन्धित अधिकारी गण को फोन पर निर्देशित किया#BJP4Bhatparrani #YogiAdityanathji #NarendraModi #BJPGovernment pic.twitter.com/cRdola4lZd
— सभाकुँवर कुशवाहा (@SabhakunwarBJP) April 11, 2025
सभाकुँवर कुशवाहा का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर
सभाकुँवर कुशवाहा का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर उत्तर प्रदेश की राजनीति में संघर्ष, निरंतरता और आत्मविश्वास की मिसाल है। मूल रूप से देवरिया जिले के भाटपाररानी क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले सभा कुंवर कुशवाहा का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ। वे पेशे से कृषक हैं और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता हैं। उनका स्थायी पता नगर पंचायत भाटपार देवरिया है और उनकी उम्र 67 वर्ष है।
सभाकुँवर कुशवाहा का राजनीतिक जीवन बेहद उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत वर्ष 2002 में समता पार्टी के टिकट पर भाटपाररानी विधानसभा सीट से की, लेकिन पहली बार में सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (BSP) का दामन थामा और 2007 तथा 2012 में इसी सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार दूसरे स्थान पर रहे। 2013 में कामेश्वर उपाध्याय के निधन के बाद उपचुनाव में बसपा ने उनका टिकट काट दिया, तो उन्होंने निर्दलीय रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन फिर भी जीत हासिल नहीं कर सके।
सभा कुंवर ने 2014 के लोकसभा चुनाव में देवरिया सदर सीट से कांग्रेस के टिकट पर भाग्य आजमाया, लेकिन उन्हें चौथे स्थान से ही संतोष करना पड़ा। इसके बाद वे फिर बसपा में लौटे और 2017 में चुनाव लड़ा, लेकिन एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा। इन तमाम असफलताओं के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अंततः भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए, जहां से उनकी राजनीतिक किस्मत ने करवट ली।
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभाकुँवर कुशवाहा ने भाटपाररानी सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में जोरदार जीत दर्ज की, जिसमें उन्होंने समाजवादी पार्टी के मौजूदा विधायक डॉक्टर आशुतोष उपाध्याय को 18,084 वोटों से हराकर इतिहास रच दिया। उन्हें कुल 91,284 मत मिले, जबकि सपा को 73,200, बसपा को 18,576 और कांग्रेस को मात्र 4,484 वोट ही मिल सके। यह जीत इसलिए भी खास रही क्योंकि आज़ादी के बाद पहली बार इस सीट पर भगवा लहराया और यह सपा का मजबूत गढ़ माना जाता था, जिसे 2017 की मोदी लहर में भी भाजपा नहीं जीत पाई थी।
सभाकुँवर कुशवाहा का जीवन परिचय और राजनीति सफर इस बात का प्रमाण है कि निरंतर प्रयास और पार्टी की सही रणनीति के सहारे कोई भी नेता लंबे संघर्ष के बाद भी सफलता की ऊँचाई छू सकता है। उनका राजनीतिक संघर्ष और अंततः सफलता उन्हें क्षेत्रीय राजनीति का एक मजबूत चेहरा बनाती है।
सात विधानसभा सीटों का 2022 का चुनाव परिणाम [ Deoria Assembly Election Results 2022 ]
UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter
विधानसभा सीट | विजेता (2022) | पार्टी (2022) |
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बरहज (Barhaj) | दीपक मिश्रा | भाजपा |
भाटपार रानी (Bhatpar Rani) | सभा कुंवर कुशवाह | भाजपा |
देवरिया (Deoria) | शलभमणि त्रिपाठी | भाजपा |
पत्थरदेवा (Pathardeva) | सूर्य प्रताप शाही | भाजपा |
रामपुर कारखाना (Rampur Karkhana) | सुरेंद्र चौरसिया | भाजपा |
रुद्रपुर (Rudrapur) | जयप्रकाश निषाद | भाजपा |
सलेमपुर (Salempur) (सुरक्षित सीट) | विजय लक्ष्मी गौतम | भाजपा |