सुरेंद्र मैथानी का जन्म 3 सितंबर, 1965 में हुआ। उत्तराखंड में पौड़ी-श्रीनगर के बीच खंडा के पास गिरिगांव-फरखेतू के रहने वाले हैं। इनके पिता स्वर्गीय सच्चिदानंद मैथानी ईएसआई (ESI) में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे और बाद में कानपुर में बस गए। सुरेन्द्र मैथानी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कानपुर से प्राप्त की और आगे चलकर स्नातक तथा एलएलबी की डिग्री हासिल की। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने वकालत के साथ-साथ व्यापार के क्षेत्र में भी कदम रखा।
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17 अक्टूबर, 1996 को उनका विवाह वंदना मैथानी से हुआ। इस दंपति के एक पुत्र और एक पुत्री हैं। व्यवसायिक रूप से सुरेंद्र मैथानी ने कानपुर के उद्योग और व्यापार जगत में अपनी पहचान बनाई, जिससे उन्हें आर्थिक और सामाजिक मुद्दों की गहरी समझ हुई।
कल लोकभवन में माननीय मुख्यमंत्री जी के साथ बैठक उपरांत शिष्टाचार भेंट-#MYogiAdityanath pic.twitter.com/aeaF7yum39
— Surendra Maithani (@SurendraMaithan) December 6, 2022
सुरेंद्र मैथानी : राजनीतिक सफर की शुरुआत
सुरेंद्र मैथानी का राजनीतिक सफर 20 साल पहले शुरू हुआ, जब वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े। उनकी मेहनत और संगठनात्मक क्षमता के कारण वे जल्दी ही पार्टी के प्रमुख नेताओं में शामिल हो गए। 2012 से 2019 तक वे कानपुर महानगर भाजपा के अध्यक्ष रहे, जिस दौरान उनके नेतृत्व में पार्टी ने कई चुनावी सफलताएँ अर्जित कीं।
2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा की कानपुर इकाई को मजबूती से संभाला। उनके नेतृत्व में भाजपा ने कानपुर में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे उनकी पार्टी में स्थिति और मजबूत हुई।
विधायक के रूप में पहला कार्यकाल (2019 उपचुनाव)
2019 में गोविंदनगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए, क्योंकि इस सीट के पूर्व विधायक सत्यदेव पचौरी लोकसभा सांसद बन गए थे। भाजपा ने सुरेन्द्र मैथानी को इस सीट से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जबरदस्त जीत दर्ज की। इसके साथ ही वे पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य बने।
विधायक के रूप में उन्होंने गोविंदनगर क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएँ शुरू कीं, जिसमें सड़क निर्माण, जलापूर्ति और शिक्षा संस्थानों का उन्नयन शामिल था। उनके कार्यों ने जनता का विश्वास जीता और 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें दोबारा टिकट मिला।
सुरेंद्र मैथानी : दूसरी बार विधायक बनना (2022 विधानसभा चुनाव)
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सुरेन्द्र मैथानी ने एक बार फिर गोविंदनगर सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की। इस जीत ने साबित कर दिया कि वे न केवल एक कुशल संगठनकर्ता हैं, बल्कि जनप्रतिनिधि के रूप में भी लोकप्रिय हैं।
विधानसभा में उन्होंने औद्योगिक विकास, युवाओं के रोजगार और शहरी बुनियादी ढाँचे के मुद्दों को उठाया। उनके प्रयासों से कानपुर के व्यापारिक और आवासीय क्षेत्रों में विकास की नई गति मिली।
समाज सेवा और सामाजिक योगदान
राजनीति के अलावा, सुरेन्द्र मैथानी ने समाज सेवा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे कानपुर उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रहे हैं और श्रमिक कॉलोनी नागरिक समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। गौशाला कमेटी और योगा एसोसिएशन जैसे संगठनों से जुड़कर उन्होंने सामाजिक कल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाया।
वे मुक्केबाजी संघ और योगा एसोसिएशन के संरक्षक भी हैं, जिससे खेल और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनकी सक्रिय भागीदारी स्पष्ट होती है।
सुरेन्द्र मैथानी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर राजनीति के शिखर तक पहुँचने की प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने अपने कार्यकाल में गोविंदनगर क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए हैं और भाजपा के एक मजबूत नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
कानपुर जिले की 10 विधानसभा सीटों के विजेताओं की सूची [ Kanpur Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा क्षेत्र | विजेता का नाम | पार्टी |
---|---|---|
बिठूर | अभिजीत सिंह सांगा | भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) |
बिल्हौर | मोहित सोनकर | भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) |
घाटमपुर | सरोज कुरील | अपना दल (भा.ज.पा. गठबंधन) |
महाराजपुर | सतीश महाना | भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) |
किदवई नगर | महेश त्रिवेदी | भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) |
गोविंद नगर | सुरेंद्र मैथानी | भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) |
कल्याणपुर | नीलीमा कटियार | भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) |
कानपुर कैंट | मोहम्मद हसन रूमी | समाजवादी पार्टी (सपा) |
आर्यनगर | अमिताभ बाजपेयी | समाजवादी पार्टी (सपा) |
सीसामऊ | इरफान सोलंकी | समाजवादी पार्टी (सपा) |