विजय लक्ष्मी गौतम का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर एक ऐसी कहानी है, जो यह दर्शाती है कि एक सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाली महिला भी दृढ़ निश्चय और संघर्ष से एक मजबूत राजनीतिक पहचान बना सकती है। देवरिया जिले के देवरिया खास मोहल्ले में जन्मी और पली-बढ़ीं विजय लक्ष्मी गौतम का कोई पारंपरिक राजनीतिक पारिवारिक पृष्ठभूमि नहीं रहा, लेकिन उन्होंने समाजशास्त्र में एमए की शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ 1992 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।

विजय लक्ष्मी गौतम का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर

अपने लंबे और विविध राजनीतिक सफर के दौरान विजय लक्ष्मी ने भाजपा महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष, नगर उपाध्यक्ष, जिला मंत्री, गोरखपुर क्षेत्र की मंत्री और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जैसे कई पदों पर कार्य किया। 2009 के परिसीमन के बाद सलेमपुर सुरक्षित सीट बनने पर पार्टी ने वर्ष 2012 में उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया, लेकिन समाजवादी पार्टी के मनबोध प्रसाद से हार का सामना करना पड़ा। 2017 में टिकट कटने पर उन्होंने सपा का दामन थामा, लेकिन वहां भी सफलता नहीं मिली। अंततः 2022 विधानसभा चुनाव से पहले फरवरी में उन्होंने भाजपा में दोबारा वापसी की और पार्टी ने उन्हें एक बार फिर भरोसा जताते हुए सलेमपुर सीट से प्रत्याशी बनाया।

विजय लक्ष्मी गौतम ने इस बार भाजपा की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए सुभासपा के प्रत्याशी मनबोध प्रसाद को 14,608 वोटों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। उन्हें कुल 80,047 मत प्राप्त हुए, जबकि प्रतिद्वंद्वी को 65,439 मत मिले। यह सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की लगातार दूसरी जीत थी। इससे पहले 1980 में भाजपा के दुर्गा प्रसाद मिश्र यहां से विधायक बने थे।

विजय लक्ष्मी गौतम का जीवन परिचय यह भी बताता है कि वह न सिर्फ एक सक्रिय राजनेता हैं, बल्कि सामाजिक रूप से भी जुड़ी हुई हैं। वह देवरिया शहर में कोटे की दुकान (कोटेदार) भी संचालित करती हैं और स्थानीय लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता व्यवहार और सेवा के कारण बहुत अच्छी है। उनका विवाह विनायक गांव (गौरी बाजार क्षेत्र) में हुआ था। उनके पति बैंक अधिकारी हैं, और उनके दो बेटे इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि पुत्री की शादी हो चुकी है।

विजय लक्ष्मी गौतम की निजी जीवन यात्रा भी संघर्षों से भरी रही है। शादी के बाद भी उन्होंने शिक्षा जारी रखते हुए रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली से एमए की डिग्री प्राप्त की। वर्तमान में वह अपने पति से अलग रह रही हैं, मामला न्यायालय में लंबित है, और उनकी दो बेटियां उनके साथ रहती हैं।

उनकी कहानी विशेष रूप से उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो राजनीतिक जीवन में बिना किसी पारिवारिक विरासत के कदम रखना चाहते हैं। विजय लक्ष्मी गौतम ने अपने सामाजिक जुड़ाव, संगठनात्मक अनुभव और दृढ़ इच्छाशक्ति से यह साबित कर दिया कि राजनीति में स्थायी जगह बनाई जा सकती है, चाहे शुरुआत कितनी भी साधारण क्यों न हो।

सात विधानसभा सीटों का 2022 का चुनाव परिणाम [ Deoria Assembly Election Results 2022 ]

UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter

विधानसभा सीटविजेता (2022)पार्टी (2022)
बरहज (Barhaj)दीपक मिश्राभाजपा
भाटपार रानी (Bhatpar Rani)सभा कुंवर कुशवाहभाजपा
देवरिया (Deoria)शलभमणि त्रिपाठीभाजपा
पत्थरदेवा (Pathardeva)सूर्य प्रताप शाहीभाजपा
रामपुर कारखाना (Rampur Karkhana)सुरेंद्र चौरसियाभाजपा
रुद्रपुर (Rudrapur)जयप्रकाश निषादभाजपा
सलेमपुर (Salempur) (सुरक्षित सीट)विजयलक्ष्मी गौतम भाजपा

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