2019 चुनावों से पहले विपक्षी दलों के एक होने की कवायद में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी शामिल हो सकते हैं. पंजाब में होने वाले आगामी चुनाव में कांग्रेस और आप पार्टी के बीच गठबंधन की खबरे तेज हो गयी हैं. हालाँकि इन खबरों के साथ विरोध के सुर भी उठने लगे हैं.
पंजाब चुनाव के लिए हो सकता है गठबंधन:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हालही में पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह की तारीफ करने और आप नेता दिलीप पांडे ने के इस बयान से कि कांग्रेस के नेता पार्टी से संपर्क में है, दोनों दलों के गठबंधन की अटकले लगना शुरू हो गयी हैं. यानी इतना तो तय है कि 2019 में बीजेपी को साधने के लिए आप और कांग्रेस में कुछ न कुछ जरूर पक रहा है।
बची कुची कसर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के ट्वीट पर आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडेय के ट्वीट ने पूरी कर दी.
.@ajaymaken जी! कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता 'आम आदमी पार्टी' के संपर्क में हैं, और वे हरियाणा, दिल्ली और पंजाब में हमारा साथ/सहयोग चाहते हैं, और दिल्ली में हमसे वे एक सीट मांग रहें हैं. https://t.co/q8v6Xyujr1
— Dilip K. Pandey – दिलीप पाण्डेय (@dilipkpandey) June 1, 2018
बहरहाल जहाँ आशंकाएं लगाई जा रही हैं कि दोनों दल गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर बात कर रहे हैं वहीं कांग्रेस के स्थानीय नेता इस गठबंधन को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने एक सुर से इसे खारिज कर दिया।
आप विधायक गठबंधन पर दे सकते हैं इस्तीफा:
यहीं हाल आप नेताओं का भी हैं. पंजाब में कांग्रेस से गठबंधन के मामले पर आप विधायक एच एस फूलका इस्तीफा दे सकते हैं. एच एस फूलका पंजाब के लुधियाना से विधायक हैं और उन्होंने कुछ दिन पहले ही कह दिया था कि अगर अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया तो वो आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे देंगे.
बता दें कि फूलका वरिष्ठ वकील हैं और 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में सिखों की ओर से पैरवी कर रहे हैं. इसी वजह से वो कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात पर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं.
एच एस फूलका ने कहा था कि मैं कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रख सकता क्योंकि 1984 सिख दंगों का मसला मेरे लिए राजनीति से बड़ा है और इस पर मैं किसी के साथ समझौता नहीं कर सकता.
जैसे ही कांग्रेस और आप गठबंधन करेंगे उसी समय मैं अपना इस्तीफा दे दूंगा. कुछ समय पहले ही उन्होंने सिख दंगों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की भूमिका की जांच कराने की भी मांग की थी.
कांग्रेस नेताओं का भी विरोध:
इसके अलावा आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों को खारिज करते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने भी आज कहा कि अन्ना आंदोलन के जरिए ‘मोदी को खड़ा करने वाले’ केजरीवाल के साथ हाथ मिलाने का सवाल ही नहीं उठता है.
On “so called” offer of AAP to Congress for 3 seats,look at my reply to Kejriwal!
When the people of Delhi are continuously rejecting Kejriwal Govt, why should we come to their rescue?
After all, Kejriwal with team Anna supported by RSS, helped in creating this monster of Modi! pic.twitter.com/D8IwcqF0t9
— Ajay Maken (@ajaymaken) June 1, 2018
ऐसे में पंजाब में कांग्रेस और आप के गठबंधन की संभावनाओं को झटका लग सकता है क्योंकि गठबंधन की चर्चा होते ही जहाँ आप विधायक के इस्तीफे देने की संभावना होने लगी है. वहीं अन्य नेता भी इसका विरोध करने लगे हैं.