पुणे के भीमा कोरेगांव दंगे की चश्मदीद लड़की की लाश बरामद हुई है. भीमा कोरेगांव से 2 किलोमीटर दूरी पर वाडागांव के एक कुएं में पूजा की लाश मिली है. दो दिन पहले ही पूजा के परिजनों ने शिक्रापुर पुलिस थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज की थी. बता दें कि पुणे के भीमा कोरेगांव में एक जनवरी को हिंसा भड़की थी. आगजनी और पथराव की घटना हुई थी, जिसमें पूजा के परिवार का घर जल गया था.
मिल रही थी गवाह के परिवार को धमकियां:
जनवरी को पुणे के भीमा कोरेगांव में दो समुदायों के बीच दंगा भड़क गया था। इस हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी। वहीं इस हिंसा की गवाह एक 19 साल की चश्मदीद की लाश दंगा प्रभावितों के लिए लगाये गये राहत शिविर के पास ही एक कुंए में मिली है।
11वीं क्लास की स्टूडेंट पूजा सुरेश साकत अपने परिवार के लिए नए ठिकाने की मांग को लेकर बीते तीन महीने से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही थी। परिवार ने फरवरी में एक एफआईआर भी दर्ज कराई थी और कहा था कि कुछ स्थानीय लोग हिंसा की प्रत्यक्षदर्शी होने की वजह से पूजा को धमका रहे हैं और परेशान कर रहे हैं।
1 जनवरी को भड़की हिंसा में 1 की हो गयी थी मौत:
पूजा के भाई जयदीप ने बताया, ‘हमने शिकरापुर पुलिस को शनिवार दोपहर पूजा के लापता होने की सूचना दी। जिस कुएं में उसका शव मिला है, वह कोरेगांव भीमा से केवल दो किलोमीटर दूर है। हमें शक है कि गांववालों ने उसे कुएं में कूदने पर मजबूर किया होगा या फिर उसे धक्का दे दिया होगा।’
पुणे पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘हम पूजा के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी जांच करेंगे। पहले हम इसकी पुष्टि करना चाहते हैं कि उसकी मौत का कारण क्या रहा।’
पुलिस का कहना है कि कोरेगांव भीमा और आसपास के गांवों में भी सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है। बता दें, कोरेगांव भीमा में हिंसा एक जनवरी को भड़क गई थी। यहां बड़ी संख्या में दलित कोरेगांव भीमा विजय स्तम्भ में ब्रिटिश-पेशवा लड़ाई के 200 साल पूरे होने पर इकट्ठा हुए थे।