भारत और चीन के रिश्ते वैसे ही बहुत ख़राब हो गए हैं उसके बावज़ूद चीन अपनी हरक़तों से बाज़ नहीं आ रहा है. हिन्द महासागर में चीनी नौसेना के तीन युद्धपोत देखे गए. भारतीय नौसेना ने इसकी जानकारी ट्वीट करके दी.दो दिन पहले आईटीबीपी(इंडो टिबेटन बॉर्डर पुलिस) ने सीमा सुरक्षा से जुड़ी अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि चीनी सैनिकों ने पिछले 30 दिनों में 35 बार सीमा पार करने की कोशिश की है.
भारतीय नौसेना ने किया ट्वीट:
भारतीय नौसेना के ट्वीट के मुताबिक पीपल्स लिबरेशन आर्मी के तीन युद्धपोतों को हिन्द महासागर के क्षेत्र में देखा गया. नौसेना ने ट्वीट किया, ‘पीएलए-नेवी की 29वीं ऐंटी-पाइरेसी एस्कॉर्ट फोर्स का हिंद महासागर क्षेत्र में स्वागत है। हैपी हंटिंग।’
भारतीय नौसेना के इस ट्वीट के बाद, चीन ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि चीन ने अपने युद्धपोत हिन्द महासागर क्षेत्र में रिसर्च बेस तैयार करने के लिए भेजे है. भारतीय नौसेना ने भी पूरी गर्म जोशी के साथ अलग तरीके से चीनी युद्धपोतों का स्वागत हिन्द महासागर में किया.
बॉर्डर पर भी हुई थी चीन की घुसपैठ:
मालूम हो, दो दिन पहले आईटीबीपी(इंडो टिबेटन बॉर्डर पुलिस) ने सीमा सुरक्षा से जुड़ी अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि चीनी सैनिकों ने पिछले 30 दिनों में 35 बार सीमा पार करने की कोशिश की है. चीन के सैनिक लगभग 8 किलोमीटर तक भारतीय सीमा के अन्दर तक दाखिल हुए और वहीँ 28-29 मार्च को अरूणाचल प्रदेश बॉर्डर पर 19 किलोमीटर तक घुसपैठ करी.
ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार काफी सचेत हो गयी है जिसके लिए बोर्डर सिक्यूरिटी और जवानों कि चौकसी भी बढा दी गयी है. भारत सरकार ने आईटीबीपी को देश कि प्राइमरी कम्युनिकेशन सॅटॅलाइट से जोड़ दिया है जो कि हिमालय के इलाके मे होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेगा.
चीन आदत से मजबूर:
इससे पहले भी कई बार चीन भारतीय सीमा में घुसने की हिमाकत कर चुका है. अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम बॉर्डर पर चीनी सैनिकों ने जबरन सड़क बनाने की कोशिश भी की थी. जिसका भारतीय सेना ने विरोध किया और चीनी सैनिकों को बॉर्डर से खदेड़ा.