पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा को हराने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक करने की कवायद में लगी हुई है. उनके चार दिवसीय दिल्ली दौरे का भी यहीं उद्देश्य है. इसी कड़ी में उन्होंने उत्तर प्रदेश की दो बड़ी पार्टियों के गठबंधन में भी रूचि दिखाई है.
ममता लखनऊ आने को तैयार :
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अभी हाल ही में प्रेस वार्ता के दौरान एलान किया है कि उनकी पार्टी आगामी चुनाव में सपा के साथ गठबंधन में रहेंगी. मायावती के इस घोषणा के बाद ममता ने उनके इस फैसले का स्वागत किया.
ममता बनर्जी ने ट्विट करते हुए कहा कि, “मैं मायावती जी के विचारों का स्वागत करती हूँ. मै देश के लिए मायावती जी और अखिलेश यादव के मिशन में उनके साथ हूँ.
बसपा प्रमुख मायावती ने बीते दिन राज्यसभा चुनाव में अपने उमीदवार की हार के बाद भी सपा से गठबंधन बनाये रखने की बात कही थी. बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा के भाजपा सपा और बसपा में फूट डालने की कोशिश कर रही है. पर हम इसका असर अपने गठबंधन पर नही होने देंगे.
वही उत्तर प्रदेश की राजनीति में रूचि दिखाते हुए और भाजपा के खिलाफ सभी राजनैतिक क्षेत्रीय पार्टियों को एक करने की कवायद में लगी ममता ने कहा कि अखिलेश और मायावती के साथ होने से भाजपा को 2019 के आम चुनावों में नुकसान होगा.
उनका मानना है कि बसपा और सपा के एक होने से उन्हें कोई हरा नही पायेगा. इसी के साथ उन्होंने कहा कि लखनऊ में इस गठबंधन को लेकर मीटिंग बुलाई जाएगी तो वह भी उसमें शामिल होंगी.
ममता बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने चुनाव आयोग के पहले कैसे कर्नाटक चुनाव की डेट बता दी. कोई भी राजनीतिक दल कैसे चुनाव की तिथि बता सकता है.