आज कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से मुकालत की. इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग से मध्य प्रदेश में मतदाता सूची में गड़बड़ी होने की शिकायत की. उनका आरोप हैं कि मतदाता सूची में 60 लाख फर्जी वोटर हैं. उन्होंने इसके पीछे भाजपा को जिम्मेदार बताया.
मध्य प्रदेश में 60 लाख फर्जी वोटर:
मध्यप्रदेश मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. कांग्रेस का आरोप है कि 1 जनवरी 2018 को प्रकाशित हुई मतदाता सूची में 60 लाख फर्जी वोटर हैं.
कांग्रेस ने इसके पीछे सत्ताधारी बीजेपी की साजिश का आरोप भी लगाया है. साथ ही पूरे मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग भी की है.
चुनाव आयोग से मिलने के बाद कांग्रेस नेताओं ने पार्टी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मतदाता सूची से जुड़ी कई गड़बड़ियों का ब्यौरा दिया.
कांग्रेस नेताओं ने की चुनाव आयोग से शिकायत:
उन्होंने बताया कि एक ही व्यक्ति का नाम अलग अलग बूथ की मतदाता सूची में दर्ज है. कई वोटरों की एक ही तस्वीर है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश से सटे राज्यों के इलाकों में कई लोग ऐसे हैं जिनका नाम दोनों राज्यों की वोटर लिस्ट में है. कांग्रेस का दावा है कि मध्यप्रदेश की आबादी तो 24 फीसदी बढ़ी है लेकिन मतदाता 40 फीसदी बढ़ गए हैं.
वोटर सूची में गड़बड़ी के बारे में बताते हुए अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि “हमने प्रमाण के साथ वोटर लिस्ट में व्याप्त गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से की है और वोटर लिस्ट की गड़बड़ियों को दुरुस्त करने की मांग की है.
उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने शिकायत की जांच करने और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
चुनाव आयोग से कांग्रेस की 5 मांगे
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लोकतंत्र के सीने पर छुरा घोंपने जैसा बताया. इसके बाद उन्होंने चुनाव आयोग से की गई कांग्रेस की मांगों के भी बताई.
1. वोटर लिस्ट की दोबारा जांच करें.
2. हर रिटर्निंग ऑफिसर से सर्टिफिकेट मांगा जाना चाहिए.
3. जिन्होंने बोगस वोटर को शामिल किया हो उनपर कार्रवाई की जाए.
4. अगली सूची में भी अगर गड़बड़ी पाई जाती है तो अधिकारी पर कार्रवाई की जाए.
5. दोषियों को 6-10 साल तक किसी भी मतदान कार्य प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाए.
अन्य राज्यों की मतदाता सूची में गड़बड़ी की आशंका:
कांग्रेस नेताओं ने मध्य प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी मतदाता सूची में गड़बड़ी होने की आशंका जताई. इस बारे में कांग्रेस के कानूनी विभाग के प्रमुख विवेक तन्खा ने कहा कि ये मामला मध्यप्रदेश का है लेकिन अंदाजा लगाया जा सकता है बाकी देश की क्या हालत होगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस दूसरे राज्यों में भी मतदाता सूची की जांच का मुद्दा उठाएगी. नेताओं ने मतदाता सूची में गड़बड़ी के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर बीजेपी शिकायत नहीं कर रही क्योंकि उनकी मिलीभगत है.
गौरतलब 31 जुलाई को आयोग नई मतदाता सूची प्रकाशित करेगा. अब देखना है कि इसके बाद कांग्रेस की शिकायत किस हद तक दूर होती है.