संसद में राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास के मुद्दे पर बात की। कहा कि प्रत्येक राज्य में कुछ ऐसे जिले हैं, जहां विकास मापदंड मजबूत हैं। हम उनसे सीख सकते हैं और कमजोर जिलों पर काम कर सकते हैं। इस दौरान कहा कि पिछड़े जिलों में उर्जावान अफसरों को लगाए ताकि वह अपनी पूरी उर्जा का इस्तेमाल जिले के विकास में लगा सके। कहा कि हर घर बिजली पहुंचाना हमारा दायित्व है। सामाजिक न्याय हम सभी का दायित्व है। सामाजिक न्याय के तहत सभी को बराबरी मिले। हमारा संविधान दुनिया में विशेष है। जैसे डाबिटिज शरीर को खा जाता है, उसी प्रकार जिलों में कोई एक बीमारी होती है, उस नब्ज को पकड़ने पर जिले की सारी बीमारियां दूर हो जाएंगी।
ये भी पढ़ेंः बिप्लब कुमार देब ने लिया त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ
इस दौरान पीएम मोदी विकास के मुद्दे पर जन प्रतिनिधियों के सम्मेलन में कहा कि देश के लिए प्रतिस्पर्धा और सहयोग वाले संघीय ढांचे की भावना अच्छी साबित होगी। हर राज्य में कुछ जिले होते हैं जहां ज़्यादा विकास होता है। हम उनसे सीखकर कमज़ोर जिलों के लिए काम कर सकते हैं। पिछड़े जिलों का विकास हमारा दायित्व 115 जिलों के लिए अलग-अलग कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसमें देश के 101 पिछड़े जिलों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है।