कर्नाटक की सियासत पहले से ही बहुत गर्म चल रही है. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से बिहार में भी हलचल सी मच गयी है. कर्नाटक चुनाव में बहुमत परीक्षण का फैसला आने के बाद से तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से मिलकर कर्नाटक की तर्ज पर बिहार में भी सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का मौका देने की अपील की.
तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह से कर्नाटक में राज्यपाल ने राज्य की सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता दिया उसी तरह से बिहार में हम भी सबसे बड़ी पार्टी हैं. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव अपने विधायकों के साथ शुक्रवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिले.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में राजद न केवल सबसे बड़ी पार्टी है बल्कि जद (यू) के बाहर चले जाने के बाद भी कांग्रेस और राजद का चुनाव से पहले का सबसे बड़ा गठबंधन है. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद उन्हें सरकार बनाने के लिए क्यों नहीं बुलाया गया, यह अब बड़ा प्रश्न है.
राज्यपाल से मुलाकात करने गए तेजस्वी यादव के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कौकब कादरी, हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान, तेजप्रताप तांडव, शिवचंद्र राम सहित अन्य लोग मौजूद थे. तेजस्वी यादव ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुयुरप्पा का विरोध किया और सभी दलों ( बीजेपी को छोड़कर) से एकजुट होने का आग्रह किया.
ट्वीट के जरिये जताया था विरोध:
कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल पटना में राजद का एक दिवसीय धरना होगा। हम राज्यपाल महोदय से माँग करते है कि वो वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका दें।
मैं भाजपा के तर्क पर यह दावा ठोंक रहा हूँ।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 17, 2018
तेजस्वी यादव ट्वीट कर के बीजेपी की सरकार गठन के खिलाफ अपना विरोध भी जाहिर किया था. उन्होंने लिखा’ “कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल पटना में राजद का एक दिवसीय धरना होगा.हम राज्यपाल महोदय से माँग करते है कि वो वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका दें.
मैं भाजपा के तर्क पर यह दावा ठोंक रहा हूँ”
उन्होंने यह भी कहा की भाजपा से अब गठबंधन वाली पार्टियाँ धीरे धीरे दूर होती जा रही हैं. उन्होंने एनी दलों से आग्रह किया कि वे बीजेपी छोड़ कर राजद में शामिल हो जाएँ.