2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारों में भारतीय जनता पार्टी जोरो-शोरों से लगी हुई है। पिछली बार 250 से ज्यादा सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार 300+ का लक्ष्य लेकर चल रही है। मगर लोकसभा चुनावों के ठीक पहले ही मोदी सरकार और NDA गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। आंध्र प्रदेश की तेलगु देशम पार्टी ने राज्य को विशेष दर्जा न मिलने के कारण मोदी सरकार का साथ छोड़ दिया है। मोदी सरकार में TDP कोटे के मंत्री अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी ने इस्तीफे भी दे दिया है।
2019 के पहले NDA को झटका :
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी 300+ का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके लिए भाजपा ने पूरी तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच केंद्र सरकार में भाजपा के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को तगड़ा झटका लगा है। केंद्र से आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रही TDP ने मोदी सरकार से अलग होने का फैसला किया है। इसके तहत TDP कोटे से केंद्र सरकार में दोनों मंत्रियों ने अपना इस्तीफा भी दे दिया है। इसके साथ ही TDP के अब कांग्रेस और UPA के साथ जाने की चर्चाएँ शुरू हो गयीं हैं।
2014 से कर रही मांग :
केंद्र में NDA की सरकार बनने के बाद से TDP आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रही थी। बीते दिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कांफ्रेंस कर आंध्र को विशेष दर्जा देने से साफ़ इंकार कर दिया था। इसके बाद TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने अब एनडीए से अलग होने का ऐलान कर दिया है। इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जंतर-मंतर पर TDP के प्रदर्शन में शामिल हुए थे और 2019 में UPA सरकार बनने पर आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। इसके अलावा आंध्र प्रदेश कैबिनेट में बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया है।