उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी में चुनाव निशान को लेकर मचे घमासान पर अब चुनाव आयोग को अंतिम फैसला सुनाना है। समाजवादी पार्टी के दोनों खेमे टकटकी लगाये चुनाव आयोग के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
सपा प्रमुख ने पेश किया नया दस्तावेज:
- समाजवादी पार्टी के चुनाव निशान साइकिल को लेकर जो नूरा-कुश्ती चल रही है।
- उसमें अब चुनाव आयोग प्रमुख भूमिका में आ गया है।
- 13 जनवरी को चुनाव आयोग में मामले की अंतिम सुनवाई हुई थी।
- सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग ने बैठक के बाद दोनों खेमों से कहा था कि, कोई अन्य दस्तावेज हो तो अभी जमा कर सकते हैं।
- जिसके बाद सपा प्रमुख ने एक नया दस्तावेज पेश कर दिया है।
नए दस्तावेज का जवाब अखिलेश खेमे के पास नहीं:
- समाजवादी साइकिल की गद्दी पर कब्जे के लिए सपा प्रमुख ने चुनाव आयोग को एक नया दस्तावेज सौंपा है।
- जिसका जवाब अखिलेश खेमे के पास भी नहीं है।
- सूत्रों के मुताबिक, सपा प्रमुख ने डॉक्टर की एक पर्ची जमा की है, जिसमें डॉक्टर ने लिखा है कि, ज्यादा से ज्यादा साइकिल चलायें।
- सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर की सलाह और सपा प्रमुख की उम्र को देखते हुए चुनाव आयोग सपा प्रमुख के हक़ में फैसला दे सकता है।
- वहीँ इस खबर के बाद अखिलेश खेमे को सांप सा सूंघ गया है।
- निष्काषित चाचा पार्टी संविधान में सिर गाड़ कर इस हमले का जवाब ढूंढ रहे हैं।
- दबे स्वरों में अखिलेश समर्थक पूछ रहे हैं कि,
- “निष्काषित चाचा को अगर हार्ट अटैक आ जाये तो उनके डॉक्टर से लिखवाकर काम बनेगा”?
- तभी चुनाव में पिछड़ती पार्टी, ख़राब होती छवि के एहसास से अखिलेश यादव का ब्लड प्रेशर बढ़ना शुरू हो गया।
- अखिलेश यादव के ब्लड प्रेशर बढ़ने की खबर सुनते ही अखिलेश कार्यकर्ताओं के खून में बिजली सी दौड़ गयी।
- सभी ने राहत की सांस ली कि, अब मुकाबला फिर से बराबरी का हो गया है।
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