देश का कश्मीर राज्य 90 के दशक से आतंक से पीड़ित है, लेकिन करीब 2 साल पहले कुछ ऐसा हुआ था, जिसके चलते बीते कुछ समय से कश्मीर में नये रुख की हवा चलने लगी है। साल 2015 में कुछ आतंकियों(“भटके हुए मासूम लोगों”) ने भारतीय सेना(indian army) को चैलेंज किया था, जिसे सेना ने सीरियसली लेते हुए पूरा कर दिया है, जिसके बाद यह कहानी आतंकी बनने जा रहे घाटी के युवाओं को आने वाले लम्बे समय तक डराएगी।
क्या हुआ था 2015 में?(indian army):
- कश्मीर में आतंक का कहर 90 के दशक से ही शुरू हो गया था।
- जिसके बाद बड़े पैमाने पर आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों का कत्ले-ए-आम किया था।
- इसी क्रम में तत्कालीन सरकार ने कश्मीर में सेना की तैनाती कर दी।
- तबसे लेकर आज तक सेना घाटी में हर तकलीफ सहकर शांति बनाये रखती है।
- साल 2015 में कश्मीर घाटी में एक तस्वीर वायरल हुई थी।
- इस तस्वीर में कश्मीर के ‘तथाकथित पोस्टर बॉय’ बुरहान वानी अपने 10 साथियों के साथ मौजूद थे।
- उन सभी ने सेना जैसी ड्रेस और हथियार पकड़े हुए थे,
- जिसे कुछ लोगों द्वारा इन्हें कश्मीर की आजादी के लिए लड़ने वाली सेना तक कह दिया था।
- साथ ही यही वो तस्वीर है जिसने कश्मीर में नए लड़कों को आतंक की राह पर जाने के लिए मोटीवेट किया था।
- लेकिन अब यही तस्वीर कश्मीर के नए लड़कों को आतंकी बनने से 100 बार सोचने पर मजबूर करेगी।
सेना ने तस्वीर को समझा चैलेंज(indian army):
- साल 2015 में आतंकी बुरहान वानी और उसके साथियों की जो तस्वीर घाटी सहित पूरे देश में वायरल हुई थी।
- उसे भारतीय सेना ने अपने दिल पर ले लिया।
- जिसके बाद से भारतीय सेना ने आतंकियों की उस तस्वीर को इतिहास बना दिया है।
- बीते 14 अक्टूबर को आतंकी वसीम अहमद शाह को मार गिराने के बाद सेना ने तस्वीर के सभी आतंकियों को मार गिराया है।
- आतंकी शाह को सुरक्षाबलों ने पुलवामा में हुई मुठभेड़ में मार गिराया था।
- शाह तस्वीर में दिख रहा 10वां आतंकी था जिसे सेना ने 72 हूरों के पास पंहुचा दिया है।
- वहीँ 11वां आतंकी तारिक पंडित है जो सेना को सरेंडर कर चुका है।
पोस्टर बॉय से शुरू हुआ था किस्सा, पोस्टर ही खाली हो गया(indian army):
- बुरहान वानी और उसके साथियों की तस्वीर साल 2015 में जारी की गयी थी।
- 2 साल का समय पूरा होने को है और भारतीय सेना ने आतंकियों की उस तस्वीर को इतिहास में दर्ज कर दिया है।
- भारतीय सेना ने तस्वीर के पोस्टर बॉय बुरहान वानी से अपना शिकार शुरू किया था।
- जिसके बाद से सेना की ज़बरदस्त कार्रवाई के बाद तस्वीर सिर्फ पोस्टर बनकर रह गयी है।
- साल 2016 में सेना ने सबसे पहले बुरहान वानी को ठिकाने लगाया।
- बुरहान के बाद आतंकी संगठन की कमान सबजार भट्ट को दी गयी, मई 2017 में सेना ने उसे भी मार गिराया।
- इतना ही नहीं भारतीय सेना ने तस्वीर के 7 आतंकियों को तो एक बार में ही निपटा दिया था।
रैम्बो मोड में है भारतीय सेना(indian army):
- बुरहान और उसके साथियों की तस्वीर को भारतीय सेना के लिए एक चैलेंज बताया गया था।
- फिर क्या था सेना ने चैलेंज को स्वीकार किया और ये साबित कर दिया की भारतीय फ़ौज दुनिया की शक्तिशाली फौजों से बढ़कर क्यों है।
- सेना आतंकी गुटों के सरगनाओं को एक-एक कर के निपटाने में लगी है।
- भारतीय सेना ने सबसे पहले बुरहान वानी,
- उसके बाद बुरहान की जगह कमांडर बने सबजार भट्ट को भी बिना किसी देरी के निपटा दिया।
- अभी हाल ही में भारतीय सेना लश्कर के दो कमांडरों को तो बैक-टू-बैक निपटा चुकी है।
- पहले अबू दुजाना और बाद में दुजाना की जगह लेने वाले अबू इस्माइल को सेना ठिकाने लगा चुकी है।
- जिस हिसाब से भारतीय सेना रैम्बो मोड में नजर आ रही है, कहीं ऐसा न हो की घाटी के आतंकी बिज़नेस में रिसेशन आ जाये,
- जिसकी शुरुआत हो चुकी है, क्योंकि भारतीय सेना ने अब आतंकियों की जड़ें खोदकर उनमें मट्ठा डालना शुरू कर दिया है।
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