टी-20 में रोमांच अपने चरम पर था आखिरी बॉल पर चार रन की जरूरत थी, लेकिन जिम्बाब्वे इस मैच को जीतते-जीतते भारत की झोली में डाल गया और भारत की टीम जिम्बाब्वे के हाथों शर्मशार होने से बच गई। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 138 रन बनाए थे और जवाब में जिम्बाब्वे की टीम भी इतने ही विकेट खोकर 135 रन बना सकी।
जिम्बाब्वे की तरफ से सबसे ज्यादा रन वुसी सिबांडा ने बनाए। वे 28 रन बनाकर आउट हुए। वहीं भारत की तरफ से सरन और कुलकर्णी को 2-2 विकेट झटके। जबकि पटेल और चहल ने 1-1 विकेट लिया।
मैच में इकलौता अर्धशतक बनाने वाले केदार जाधव मैन ऑफ द मैच बने जबकि सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले बरिंदर सरन को मैन ऑफ द सीरीज घोषित किया गया।
जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए सात टी20 मुकाबले के पावरप्ले में पहली बार भारत ने तीन विकेट गंवाए और साथ ही टी20 क्रिकेट के पहले छह ओवर में भारत ने केवल 29 रन जोड़े जो कि टीम का इतने ओवर्स में अब तक सबसे कम स्कोर है।
इस जीत के साथ भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला के साथ टी20 श्रृंखला भी अपने नाम कर ली। इस दौरे के लिए भारत की दूसरे दर्जे की टीम को भेजा गया था और धोनी के अलावा टीम में कोई और बड़ा नाम नहीं था।