23 मार्च को होने वाले राज्य सभा चुनावों में समाजवादी पार्टी क विधायकों के वोटों में सेंध लगने से बचाने के लिए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी विधायकों के लिए एक डिनर का आयोजन किया था। इस डिनर के पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक में सपा के कई बड़े विधायक पहुंचे थे मगर 7 विधायक ऐसे थे जो नहीं पहुंचे जिसके बाद नयी चर्चाएँ हो रही हैं।
भाजपा बिगाड़ सकती है खेल :
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की मदद से राज्य सभा की 1 सीट जीतने की उम्मीद लगाए बैठी बीएसपी को बड़ा झटका लग सकता है। अगर ऐसा हुआ तो गुजरात में कांग्रेस के अहमद पटेल के राज्य सभा में चुने जाने के समय जैसी राजनीतिक उठापठक जैसी स्थिति फिर से पैदा हो सकती है। बसपा का खेल बिगाड़ने के लिए भाजपा समाजवादी पार्टी में अंदरुनी कलह का लाभ उठाने की कोशिश में है। मगर ऐसा होने से रोकने के लिए अब खुद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सामने आ गये हैं और उन्होंने लखनऊ में डिनर आयोजित कर राज्य सभा चुनाव के पहले विधायकों को एक जुट करने की कोशिश की।
नहीं पहुंचे ये 7 विधायक :
राज्य सभा चुनाव में सपा विधायकों के वोटों के बिखराव को रोकने के लिए अखिलेश यादव ने पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में समाजवादी पार्टी के 47 में सिर्फ 40 विधायक पहुंचे थे। सपा के 7 विधायक अखिलेश यादव की इस बैठक में नहीं आये थे। इनमें शिवपाल सिंह यादव, आजम खां, अब्दुल्ला आजम खां, नितिन अग्रवाल, हरिओम यादव, सुभाष पासी, कल्पनाथ शामिल हैं। इनमें से नितिन अग्रवाल तो भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा हरिओम यादव इस समय जेल के अंदर बंद हैं। वहीँ आजम और उनके बेटे किसे निजी कार्य के कारण नहीं पहुंचे थे।