समाजवादी पार्टी में हुए गृहयुद्ध में मुख्य विलेन बन कर उभरे पूर्व पार्टी महासचिव और राज्यसभा सांसद अमर सिंह इन दिनों काफी कम सक्रिय दिख रह हैं। मगर उनके बयानों में भाजपा का समर्थन और पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ साफ़ तौर दिखाई देती है। वे कई बार सार्वजनिक मंच से दोनों नेताओं की तारीफ कर चुके हैं। इसके बाद से उनके भाजपा में शामिल होने की ख़बरें आना शुरू हो गयी हैं। अब इस मुद्दे पर खुद सपा के पूर्व नेता अमर सिंह ने बड़ा खुलासा कर दिया है जो सभी को हैरान कर देगा।
भाजपा में जाने से किया इंकार :
सपा के पूर्व कद्दावर नेता अमर सिंह ने खुद के भाजपा में जाने की खबरों से साफ़ इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे मगर हमेशा अच्छाई के साथ रहेंगे। जहाँ भी अच्छाई होगी, मैं उसी पार्टी का साथ दूंगा। इसके अलावा उन्होंने सपा के कद्दावर नेता आजम खां पर भी निशाना साधा। अमर सिंह ने कहा कि मेरे सपा में रहते हुए गौसेवा और पूजा पाठ करने पर आजम मुझे छिपा हुआ संघी कहा करते थे। उन्होंने कहा कि जब वे सपा में थे तब भी ईश्वर की पूजा करते थे, आज नहीं हैं तब भी करते हैं मगर आजम खां इसे कट्टर हिन्दूवाद से जोड़ कर देखा करते थे। इस पर मैंने उनसे कहा कि जब मुझे उनके इस्लामिक कट्टरवाद से आपत्ति नहीं तो उन्हें मेरे हिंदू कट्टरवाद से क्या समस्या है।
पद्मावती पर क्षत्रिय हुए एकजुट :
राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा कि फिल्म ‘पदमावती’ के बहाने ही सही क्षत्रिय समाज एकजुट तो दिखाई दे रहा है। पदमावती पर अमर सिंह ने कहा कि क्षत्रिय समाज एकजुट नजर आया और हमारे समाज में सभी में एकजुटता जरूरी है। ठाकुर अमर सिंह ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराणा प्रताप के स्मृति में एक स्थल बनाने के लिए उन्होंने राहुल गांधी से बात करने की बात कही थी। अब तो दिग्विजय सिंह नूतन विवाह कर चुके हैं, उनकी नर्मदा यात्रा पूरा हो चुकी है साथ ही राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके हैं मगर वे लोग जमीन का अपना वादा वह भूल चुके हैं।