अफगानिस्तान की राजधानी काबुल एक बार फिर से आतंकी हमले का शिकार हुई। अफगानिस्तान के लोकल टाइम के अनुसार, करीब दोपहर 12:15 बजे हुआ था। घटना के चश्मदीदो ने बताया कि हमलावर विस्फोटकों से भरी एक एम्बुलेंस आए और आराम से पुलिस नाके को पार करते हुए गली में जाकर घुस गये। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गृह मंत्रालय की इमारत के पास यूरोपियन यूनियन और हाई पीस काउंसिल बिल्डिंग के पास धमाका हुआ।
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95 से ज्यादा की हुई मौत :
काबुल में हुए विस्फोट की घटना के चश्मदीदों ने बताया कि हमलावर विस्फोटकों से भरी एंबुलेंस में बैठकर आए और पुलिस चेकपॉइन्ट को पार करते हुए गली में घुस गए। जिस समय ब्लास्ट हुआ उस दौरान कई लोग मौजूद थे। काबुल में हुई इस सुसाइड बॉम्बिंग में लगभग 95 की मौत हो चुकी है और 163 से ज्यादा लोग घायल हैं। घटना के पीड़ित कई लोगों की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मरने वालों की तादाद अभी और बढ़ सकती है। काबुल में हुई इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तालिबान ने ली है। इसके पहले 20 जनवरी को तालिबान आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 22 लोग मारे गए थे।
चश्मदीदों ने बताया वाक्या :
काबुल में हुई इस घटना के चश्मदीद ने बताया कि जिस एम्बुलेंस में हमलावर बैठकर आये थे, वह पुलिस चेकपॉइंट के आगे भीड़ वाले इलाके में जाकर ब्लास्ट हो गई। इसके बाद पूरी सड़क पर बस लाशें ही दिख रही थी। सुसाइड बॉम्बर ने पुलिस का चेकपॉइंट पार करने के लिए एम्बुलेंस का इस्तेमाल किया था। पहला चेकपॉइंट हमलावरों ने एम्बुलेंस से मरीज ले जाने की बात कही मगर दूसरे चेकपॉइन्ट पर पहचान लिए जाने के बाद उन्होंने कर ब्लास्ट कर ली। ये धमाका इतना ज्यादा तेज था कि आस-पास की कई बिल्डिंग की सारी खिड़कियां तक टूट गईं थी।