2019 के लोकसभा चुनावों के पहले समाजवादी पार्टी की असली परीक्षा गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में होगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहाँ के जातिगत समीकरणों को देखते हुए पार्टी प्रत्याशियों का चुनाव किया है। मगर पूर्वांचल के सबसे बड़े बाहुबली ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपना पुराना बदला लेते हुए बड़ा फैसला किया है जिसके बाद पूरे प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है।

अतीक अहमद लड़ेगा चुनाव :

समाजवादी पार्टी के बाहुबली नेता अतीक अहमद ने फूलपुर लोकसभा का उपचुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके लिए बकायदा अतीक की पत्नी ने कलेक्ट्रेट जाकर नामांकन पत्र खरीदा और उसे अतीक अहमद के तरफ से भरकर जमा किया। अतीक की पत्नी के नामांकन पत्र खरीदने पर उसके चुनाव लड़ने की खबरें आ रही थी मगर अतीक अहमद के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने के बाद सारी सूरत साफ़ हो चुकी है। हालाँकि इसके पहले विधानसभा चुनाव में अतीक का टिकट काटे जाने के बाद उसने चुनाव नहीं लड़ा था मगर अब फूलपुर के उपचुनाव से अतीक के मैदान में उतरने से सपा को नुकसान झेलना पड़ सकता है।

 

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अखिलेश से लिया बदला :

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से बाहुबली अतीक अहमद ने अपना हिसाब बराबर कर लिया है। यूपी के विधानसभा चुनावों के समय शिवपाल से नजदीकी के कारण अतीक को कानपुर कैंट से सपा प्रत्याशी बनाया गया था मगर अखिलेश ने अध्यक्ष बनने के साथ ही अतीक का टिकट काट दिया था। इसके अलावा सपा सरकार में एक कार्यक्रम के दौरान जब अतीक कुछ कहने के लिए मंच पर अखिलेश के पास गये तो उन्होंने अतीक को धक्का देकर पीछे कर दिया था। इस तरह अतीक अहमद ने फूलपुर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय नामांकन कराकर सपा को झटका जरूर दिया है। फूलपुर में काफी संख्या में मुस्लिम मतदाता हैं और अतीक के चुनाव में उतरने से मुस्लिम वोट बिखरना तय है।

 

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