क्रिकेट में बांग्लादेश को पूर्णकालिक टेस्ट दर्जा दिलाने में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की अहम भूमिका रही है। बांग्लादेश को 2000 में यह दर्जा प्राप्त हुआ है। भारत ही वह पहला देश है जिसने बांग्लादेश के साथ खेलने वाला पहला देश बना। लेकिन बांग्लादेश को भारत में खेलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
पहली बार भारत दौरे पर बांग्लादेश-
- 9 फरवरी को बांग्लादेश हैदराबाद में भारत के खिलाफ एकमात्र टेस्ट खेलेगी।
- यह बांग्लादेश का भारत में पहला टेस्ट होगा।
- भारत अभी तक पांच बार टेस्ट सीरीज के लिए बांग्लादेश का दौरा कर चुका है।
- लेकिन भारत ने बांग्लादेश को टेस्ट तो दूर वन-डे और टी-20 तक खेलने के लिए भी न्यौता नहीं दिया।
- दरअसल बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को भारत से खिलाफ अपने देश में टेस्ट मैच के टेलीविजन पर प्रसारण से मोटी रकम मिलती है।
- यही कारण है कि बांग्लादेश इस बात पर जोर देता रहा कि टीम इंडिया उसके देश में खेले।
- बीसीसीआई भी अपने देश में मजबूत टीमों को बुलाकर टीवी प्रसारण अधिकार और विज्ञापनों से मोटी रकम इकट्ठा करता है।
- दरअसल क्रिकेट में करीब 80 फीसदी पैसा भारत से आता है।
- इसी कारण पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने आईसीसी में बिग थ्री यानि भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को ज्यादा आय दिलाने की नीति बनाई।
- शशांक मनोहर ने आईसीसी का स्वतंत्र चेयरमैन बनने के बाद बिग थ्री को झटका देना शुरू किया।
- इस समय ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड भी भारत के खिलाफ खड़े है।
- इसी कारण एक बार फिर भारत को अपने समर्थकों की जरूरत पड़ी।
- इसी क्रम में भारत ने बांग्लादेश की मेजबानी की पेशकश की जिसे बांग्लादेश ने स्वीकार किया।