वन विभाग में हो रही बिजली चोरी

आरोप है कि नर्सरी में पौधों को सींचने के लिए एक ट्यूबवेल लगा हुआ है। इस ट्यूबवेल को चोरी की बिजली से चलाया जाता है। कई सालों से यहां चोरी की बिजली से नर्सरी सींची जा रही है। आरोप है कि वन विभाग ने दो बीघा जमीन देकर पड़ोस में लगे कनेक्शन से कटिया लगाकर सिंचाई का काम शुरु किया और उसके बदले दो बीघा जमीन दी है। उसी से इस नर्सरी में पानी सींचा जा रहा है।

अधिकारियों के संरक्षण में जोरों पर अवैध कटान

इतना ही नहीं क्षेत्र में अधिकारियों की सह पर अवैध कटान जोरों पर है। आरोप है कि 22 पेड़ों को नीलामी करने का प्रशासन की तरफ से लिखित में आया था। लेकिन रातों-रात भ्रष्ट अधिकारियों ने करीब 56 पेड़ कटवा कर बेच दिए। जब चौकीदार ने पेड़ काटते समय लोगों को रंगे हाथ पकड़ लिया और अपने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। तो अधिकारियों ने कहा कि हमारी सब सेटिंग हो गई है। तुम्हें लेना है जो ले लो और गाड़ियों को जाने दो। पीड़ित ने अवैध कटान के खिलाफ आवाज उठाई तो उसको नौकरी से निकाल दिया गया। पीड़ित का वेतन आज तक नहीं मिला है। सभी पीड़ित संविदाकर्मियों ने अपने बकाया वेतन की तत्काल मांग कर भ्रष्ट अधिकारियों को हटाने की मांग की है। बता दे एक तरफ जहां योगी सरकार अवैध कटान पर रोक लगा रही है। वहीं कुछ भ्रष्ट अधिकारी अवैध कटान को बढ़ावा दे रहे हैं। इस संबंध में हमने वन विभाग के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।


 

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