सतलोक आश्रम बरवाला जिला हिसार हरियाणा में 18 नवंबर 2014 को संत रामपाल और उनके अनुयायियों पर हुए हमले के विरोध में उत्तर प्रदेश के अनुयायियों ने शनिवार को झूलेलाल वाटिका लखनऊ में काला दिवस मनाया। अनुयायियों ने रैली निकालकर विरोध प्रकट कर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सहित गृहमंत्री को भी ज्ञापन दिया। विरोध दिवस में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। इसमें अंगदान, देहदान में भी लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में हजारों लोग रहे शामिल
- संत रामपाल की “कबीर परमेश्वर भक्ति ट्रस्ट हरियाणा” के लखनऊ संयोजक सत्यप्रकाश ने बताया कि सतलोक आश्रम बरवाला जिला हिसार हरियाणा में 18 नवंबर 2014 को संत रामपाल और उनके अनुयायियों जिनमें (राम भगत, बुजुर्गगण महिलाएं एवं नाबालिग बच्चे तक शामिल रहे) पर हरियाणा सरकार द्वारा निर्माण बर्बरतापूर्वक आंसू गैस, लाठीचार्ज किया।
- जिसने अंग्रेजो के दामन को भी पीछे छोड़ दिया।
- यह कांड बरवाला कांड के नाम से बर्बरता के इतिहास में दर्ज है।
- इस कांड में पुलिस प्रशासन ने एक ही दिन में 7 FIR फर्जी रूप से दर्ज कर दी।
- इतना ही नहीं संत रामपाल को पिछले 3 साल से हिसार जेल में निरुद्ध कर रखा है।
- सभी मानवीय मूल्यों का हनन कर रखा है।
- हिसार कोर्ट द्वारा 29-08-2017 को दो FIR झूठा पाए जाने पर निरस्त कर दिया गया।
- लगातार अनवर सीबीआई जांच की मांग की जा रही है पर सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही।
- इस बर्बरता के विरोध में उत्तर प्रदेश के अनुयायियों ने शनिवार को झूलेलाल वाटिका लखनऊ में काला दिवस मनाया।
- हजारों लोगों ने रैली निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा।
- उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के यूपी संयोजक संजीव हुड्डा हैं।
सैकड़ों लोगों ने किया रक्तदान
- ट्रस्ट के लखनऊ संयोजक सत्यप्रकाश ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सत्संग और भंडारे का भी आयोजन किया।
- इस दौरान रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ।
- इसमें डॉक्टर राममनोहर लोहिया संस्थान और एसजीपीजीआई के डॉक्टर मौजूद रहे।
- करीब 400 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया।
- उन्होंने बताया कि शिविर में अंगदान भी किया गया।
- करीब 90 लोगों ने अंगदान किया है।
- जबकि देहदान करने वाले लोग भी पीछे नहीं रहे।
- उन्होंने बताया कि करीब 130 लोगों ने देहदान भी किया है।
- यह विरोध संत रामपाल के जेल में तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया।