एक तरफ जहां हवाई किराए को सस्ता बनाने के लिए सरकार हर जोर आजमाइश कर रही है। वहीं अगर क्लाइमेट चेंज लगातार जारी रहा तो यात्रियों को जेब और ज्यादा ढ़ीली करनी पड़ सकती है। बता दें कि वैज्ञानिकों ने एक शोध किया है, जिसमें यह बात सामने आयी है।
यह भी पढ़ें… जलवायु परिवर्तन से जीवन की गुणवत्ता में आएगी कमी!
जलवायु परिवर्तन से पड़ेगा हवाई किराए पर असर :
- शोधकर्ताओं ने पाया है कि तापमान के बढ़ने का मतलब है कि विशेष संख्या वाली उड़ानों पर वजन का प्रतिबंध बढ़ेगा।
- इससे अगली शताब्दी में विमानन उद्योग के लागत में बढ़ोतरी हो सकती है।
- इस शोध का प्रकाशन ‘जर्नल क्लाइमेट चेंज’ में किया गया है।
- शोध के प्रमुख अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय के इथान कोफेल ने इस संबंध में जानकारी दी।
- कहा हमारे नतीजों से पता चलता है कि वजन प्रतिबंध से एयरलाइंस पर बोझ बढ़ेगा और दुनिया भर के हवाई संचालनों पर असर पड़ सकता है।
यह भी पढ़ें… ALERT: हो जाएं सचेत नहीं तो जलवायु परिवर्तन छीन लेगा आपकी नींद!
2080 तक बढ़ सकता है चार से 8 डिग्री तापमान :
- जलवायु परिवर्तन अनुमानों के मुताबिक 2080 तक दुनिया भर के हवाईअड्डों पर वार्षिक अधिकतम तापमान चार से 8 डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है।
- वायु के तापमान का विमान के टेकऑफ पर विशेष प्रभाव पड़ता है।
- किसी रनवे या विमान के लिए तापमान की एक निश्चित सीमा होती है।
- उससे ऊपर एक विमान अपने अधिकतम भार के साथ उड़ान नहीं भर सकता।
- इसलिए एक भार प्रतिबंध की जरूरत होगी।
- इसके लिए यात्रियों, कार्गो या ईंधन में कमी लानी होगी।
यह भी पढ़ें… जी20 में पेरिस जलवायु समझौते का समर्थन, अमेरिका पड़ा अलग-थलग!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें