2019 के लोकसभा चुनावों के लिए सियासी बिसातें बिछाने का सिलसिला अभी से शुरू हो चुका है। सभी नेताओं ने अपने क्षेत्र में जाकर जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। लोकसभा चुनाव के पहले सभी दलों के बड़े नेताओं के नाम सामने आते हैं मगर आज हम आपको पूर्वांचल के एक ऐसे कद्दावर ब्राह्मण के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने साल 1980 से विधानसभा चुनाव लड़ना शुरू किया था और आज तक उसे किसी ने नहीं हराया है। सपा-सपा से लेकर भाजपा तक सभी उसे हराने में फेल हुए है। लोकसभा चुनाव के पास आने के साथ ही एक बार फिर से उसी कद्दावर नेता की चर्चा फिर से शुरू हो गयी है।
कोई नहीं तोड़ पाया प्रमोद तिवारी का तिलिस्म :
यूपी के कद्दावर ब्राह्मण नेता प्रमोद तिवारी उस समय से कांग्रेस के साथ जुड़े हैं, जबसे पार्टी उत्तर प्रदेश में पार्टी हाशिये पर थी। ऐसे समय में भी प्रमोद तिवारी लगातार प्रतापगढ़ की रामपुर खास विधानसभा सीट से लगातार 9 बार जीत कर एक रिकॉर्ड बनाया है। अब वे अपनी राजनितिक विरासत बेटी आराधना मिश्रा को सौप राज्यसभा में सांसद थे और कुछ दिन पहले रिटायर हुए हैं। रामपुर खास विधानसभा में 12 चुनावों में 10 बार कांग्रेस के प्रमोद तिवारी का कब्जा रहा है। वर्ष 1980 में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने इस सीट पर पहली बार जीत दर्ज की थी। इसके बाद यहाँ पर कांग्रेस के अलावा किसी पार्टी को खाता नहीं खोलने दिया।
पार्टी छोड़ने की थी अटकलें :
यूपी के विधानसभा चुनावों के पहले रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस छोड़कर सभी को हैरान कर दिया था। रीता जोशी के बाद प्रमोद तिवारी के पार्टी छोड़ने की अटकलों ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया था। मगर अंत तक प्रमोद तिवारी इन सभी बातो का खंडन करते रहे और कांग्रेस से जुड़े रहे। प्रमोद तिवारी 1984 से 1989 के बीच दो बार राज्य मंत्री बने। वहीं ये प्रतापगढ़ में कई कॉलेजों के अध्यक्ष हैं। रामपुरखास सीट से लगातार नौ विधानसभा चुनाव जीतकर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराने वाले प्रमोद तिवारी पिछले दो दशक से कांग्रेस विधायक दल के नेता रहे हैं।