खास बातचीत की श्रृंखला में कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत से uttarpradesh.org की टीम ने बात की. उन्होंने कई ज्वलंत मुद्दों पर बात की पार्टी के बारे में भी बात की.
सुरेन्द्र राजपूत से खास बातचीत
सवाल: जब आपने कांग्रेस ज्वाइन किया उस वक्त और अब की कांग्रेस में कितना अंतर पाते हैं?
सुरेन्द्र राजपूत: कांग्रेस धीरे-धीरे युवा होती जा रही है, बड़े दादाजी जिलापरिषद के चेयरमैन रहे, जब हमने सक्रीय रूप से ज्वाइन किया, तब से अब कांग्रेस युवा होती जा रही है. राहुल गाँधी के नेतृत्व में नए आईडिया के साथ आगे बढ़ रही है?
सवाल:यूपी कांग्रेस में नेतृत्व का अभाव है, क्या मानते हैं कि यूपी चुनाव की तरह कोई परिवर्तन संभव है? राज बब्बर अभी नेतृत्व कर रहे हैं?
सुरेन्द्र राजपूत: राज बब्बर ने किसानों के मुद्दे को पूरे प्रदेश में उठाया है. लगातार उन्होंने सभाएं की हैं और कड़ी मेहनत और सूझ-बुझ के साथ कार्य कर रहे हैं.
सवाल: किसानों की कर्ज माफ़ी और ऋण मोचन प्रमाण पत्र को कांग्रेस ने मुद्दा बनाया? जमीनी स्तर पर कांग्रेस किसानों के साथ जुड़ने की कोशिश कर रही है? क्या रणनीति है पार्टी की?
सुरेन्द्र राजपूत: चाहे ऋण मोचन हो या कर्जमाफ़ी हर मुद्दे पर कांग्रेस ने किसानों का साथ दिया है. 2015-16 का फसली ऋण तो किसान पहले ही भुगतान कर चूका था. भाजपा ने किसानों को छला है. जिन लोगों ने ऋण नहीं चुकाया उनको ऋण मिला ही नहीं. भाजपा ने बड़ी चालाकी से ये सब किया. भाजपा ने अदानी और अम्बानी को ये प्रमाण पत्र देते देखा क्या? 42 प्रतिशत किसानों की आत्महत्या में वृद्धि हुई. मंदसौर में किसानों की हत्या की. घोषणा पत्र के अनुसार, जो वादे थे वो नहीं किया. बिमा कंपनियों को इन्होने फायदा पहुँचाया है.
सवाल: अमेठी की सीट कांग्रेस के लिए चुनौती बनती जा रही है.. किसानों की जमीन लेने के बाद भी साइकिल फैक्ट्री न बनने को मुद्दा बीजेपी ने बनाया. स्मृति ईरानी ने काफी हमले किये हैं? बेटा और दामाद जमीन हड़पने का काम कर रहे हैं?
सुरेन्द्र राजपूत: स्मृति ईरानी तो झूठ बोलती हैं, लेकिन योगी आदित्यनाथ तो महंत हैं, वो शिव के अंश हैं. उनकी बातों से दुःख हुआ. वो झूठ बोल रहे हैं तो किस पर भरोसा करें. राजीव गाँधी फाउंडेशन एक पैसे का व्यपारिक कार्य नहीं करता है. UPSIDC जमीन वापस ले ले और उनकी जमीन वापस कर दें. ये लोग केवल झूठ बोलते हैं. रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप लगाते हैं लेकिन अमित शाह के बेटे जय शाह पर कुछ नहीं बोलते हैं. हम तो कहते हैं मुद्रा बैंक हमसे 50 हजार लेकर 80 करोड़ कर दे. फिर हमें पीएम मोदी का 15 लाख भी नहीं है.
सवाल: राज बब्बर ने सीएम योगी को मनोरोगी कहा है?
सुरेन्द्र राजपूत: यूपी के मुख्यमंत्री केरल और गुजरात जाते हैं, लेकिन उन्हें यूपी के गौरव को वापस लाने की बात करनी चाहिए, BRD में बच्चों की मौत की खबर पर चिंता व्यक्त करनी चाहिए. इन सब कार्यों को नहीं कर पा रहे हैं तो मनोरोगी नही तो क्या हैं.
सवाल: पीएम मोदी एक महीने के भीतर खुद चौथी बार गुजरात के दौरे पर हैं? क्या ये कांग्रेस के लिए फायदेमंद होगा?
सुरेन्द्र राजपूत: गुजरात की जनता ने मन बना लिया है. अब तक भाजपा हवा में उड़ रही थी. राहुल गाँधी के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है. वहां की जनता सब देख रही है. योगी कैबिनेट के मंत्री या पीएम और अमित शाह ही कुछ भी कर लें. स्थानीय लोग आन्दोलन कर रहे हैं. वहां की जनता कांग्रेस के साथ है और अपार समर्थन कांग्रेस को मिला है. अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है. कांग्रेस के कार्यों को अपना कहकर उद्घाटन कर रहे हैं.
सवाल: गुजरात चुनाव से पहले बीजेपी पूरी ताकत लगा रही है? वहीँ कांग्रेस केवल राहुल गाँधी के सहारे कैंपेन आगे बढ़ा रही है.
सुरेन्द्र राजपूत: राहुल गाँधी अकेले ही काफी हैं, इनके लिए. गुजरात की जनता कांग्रेस के साथ और राहुल गाँधी के साथ हैं. भाजपा कितना भी बड़ा दल लेकर आये. इनके झूठ का घड़ा भर चुका है.
सवाल: गुजरात चुनाव से पहले हिमाचल का चुनाव होने जा रहा है, क्या कांग्रेस अपनी सरकार बचाएगी.
सुरेन्द्र राजपूत: वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस एकजुट होकर लड़ रही है. कांग्रेस के पास मुख्यमंत्री है लेकिन भाजपा में कौन है. अनुराग ठाकुर पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. किस मुंह से ये जनता के बीच जायेंगे.
सवाल: कांग्रेस मुक्त भारत का नारा लगाती है भाजपा
सुरेन्द्र राजपूत: ये छिछोरी बातें हैं और उसपर बहुत टिप्पणी नहीं करूँगा. कांग्रेस की विचारधारा अलग है लेकिन वो किसी को ख़त्म नहीं करना चाहते हैं. अब भाजपा खुद ही कांग्रेस युक्त होती जा रही है. कभी ये लोग पाकिस्तान भेजने लगते हैं कभी उल्टी सीधी बातें करने लगते हैं. पार्टी छोड़ने वाले इधर उधर करते हैं. ये राजनीति का दुर्भाग्य है.
सवाल: कांग्रेस खुद को कैसे मजबूत करेगी कि बीजेपी को 2019 चुनाव में यूपी में टक्कर दे सके.
सुरेन्द्र राजपूत: राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने जा रहा है, राज बब्बर पूरे प्रदेश में आन्दोलन कर रहे हैं किसानों की बात करते हैं. हमारी पूरी टीम एकजुट होकर कार्य करेगी.
सवाल: भाजपा के आरएसएस जैसा संगठन है जबकि कांग्रेस के पास कहीं न कहीं नेतृत्व का अभाव है, संगठन के कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए क्या कर रहे हैं?
सुरेन्द्र राजपूत: देश के प्रोफेशनल अब कांग्रेस के साथ जुड़ रहे हैं. उनका बीजेपी से मोहभंग हो रहा है. आरएसएस जैसे क्षद्म राष्ट्रवाद का रूप लेकर चलने वाले की जरुरत नहीं हमें.
सवाल: क्या जो सोशल मीडिया में अपशब्दों का इस्तेमाल हो रहा है, वो रुकना चाहिए.
सुरेन्द्र राजपूत: राजनीति में अपशब्दों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए . ट्रोल करने का हर दल को विरोध करना चाहिए. राहुल गाँधी को फ़ॉलो करने वालों की संख्या पिछले दिनों में नरेंद्र मोदी से बढ़ी है.
सवाल: सोनिया गाँधी अस्वस्थ होने के कारण कई बैठकों में नहीं आई हैं.. क्या प्रियंका गाँधी को पार्टी आगामी चुनावों में सोनिया गाँधी की जगह उतारने पर विचार कर सकती है
सुरेन्द्र राजपूत: सोनिया गाँधी की तबियत ठीक नहीं है लेकिन प्रियंका गाँधी को हर कांग्रेस का कार्यकर्ता देखना चाहता है कि वो नेतृत्व संभालें. उचित समय पर ये सब होगा.
सवाल: कई मुद्दों पर कांग्रेस और सहयोगी दल सपा योगी सरकार को घेरने में नाकाम रहे हैं? हालाँकि किसानों के मुद्दे पर जरुर सरकार को घेरा है?
सवाल: राहुल गाँधी ने एक रैली में कहा कि क्या आरएसएस की शाखा में महिलाओं को शॉर्ट्स पहने देखा है.
सुरेन्द्र राजपूत: आरएसएस का गणवेश भारत की परम्परा नहीं है. ये इटली और जर्मनी का ड्रेस कोड है. भारत का गणवेश धोती-कुर्ता रहा है. स्मृति ईरानी की कई तस्वीरें शॉर्ट्स में हैं कभी सास भी बहू थी.. ऐसी बहुत सी तस्वीरें हैं लेकिन ये सब बेवजह की बातें हैं.
सवाल: राष्ट्रीय मंच पर पार्टी का नेतृत्व करने का अवसर देखते हैं?
सुरेन्द्र राजपूत: राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा ये चीजें, जो पार्टी चाहेगी वो करेंगे.
सवाल: योगी सरकार ने मदरसों को रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश दिया, और रजिस्ट्रेशन ना कराने की स्थिति में मान्यता रद्द करने की बात कही?
सुरेन्द्र राजपूत: योगी सरकार पिछली सरकार के आदेशों की बात कर रही है. केवल 3 प्रतिशत बच्चों की बात कर है, उनको दबाने की बात हो रही है. आप साक्षर करने की बात नहीं कर रहे हैं. तुष्टीकरण का कार्य कर रही है.
सवाल: योगी सरकार के 6 महीने के कार्यकाल को किस रूप में देखते हैं.
सुरेन्द्र राजपूत: पिछली सरकार की योजनाओं का दुबारा उद्घाटन कर रहे हैं. बच्चे मर रहे हैं इनकी सरकार में. एक भी नौकरी नही दे रही है सरकार.. कानून व्यवस्था का बुरा हाल है.
सवाल: सुरेन्द्र राजपूत राजनीति में सक्रीय रहने के अलावा और क्या करते हैं?
सुरेन्द्र राजपूत: लिखने का शौक रहा है, पढ़ने का भी शौक है राजनीति के अलावा सोशल मीडिया पर थोड़ी सक्रियता रहती है.
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