समाजवादी पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही बसपा से गठबंधन कर सीटों पर मंथन करना प्रारंभ हो गया है। विपक्ष से प्रधानमंत्री के नाम पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि चुनाव बाद सभी दल बैठकर देश के नए प्रधानमंत्री के नाम का फैसला कर लेंगे। इस बीच मुलायम के करीबी और सपा के संस्थापक सदस्य ने अखिलेश यादव के सामने बड़ी मांग रख दी है।
मुलायम के करीबी ने की मांग :
समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य, पूर्व प्रदेश महामंत्री और समाजवाद बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष डॉ सी पी राय ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को सपा की तरफ से मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित कर देना चाहिए। डॉ राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुलायम सिंह उत्तर भारत के इकलौते नेता है जो भाजपा से संघर्ष के प्रतीक है। वे नरेंद्र मोदी को कड़ी चुनौती देने में पूरी तरह सक्षम हैं। उन्हें प्रदेश से देश तक की सरकार में रहने का अनुभव है। कुछ समय पहले देश के कई प्रमुख नेताओं ने उनको अपनी संयुक्त पार्टी का अध्यक्ष मान लिया था लेकिन सपा की अंदरूनी खींचतान के कारण ये प्रयास असफल हो गया था।
अखिलेश को मुलायम ने बनाया CM :
सीपी राय का कहना है कि मुलायम सिंह यादव ने ही अखिलेश को जब देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री बनाया, उस उम्र में लोग विधायक बनने के लिए तरस जाते हैं। ऐसे में ये अखिलेश यादव की जिम्मेदारी है कि वो अपनी भारी लोकप्रियता और कौशल का प्रयोग कर जैसे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, वैसे ही नेता जी को प्रधानमंत्री भी बनायें। उन्होंने कहा कि असली समाजवादी नेता जी के अलावा किसी अन्य को प्रधानमंत्री बनने की बात तो दूर कल्पना भी स्वीकार करने को तैयार नही है।