महादेव नगरी काशी में खेली गई शमशान होली।
मान्यता है की बाबा विश्वनाथ के साथ होली खेलने और उत्सव मनाने के लिये भूत-प्रेत,पिशाच,चुड़ैल,डाकिनी,शाकिनी,औघड़,
सन्यासी,अघोरी,कपालिक,शैव-शाक्त सब आते हैं।
इसलिये इस होली को शमशान होली नाम दिया गया है,जो श्मशान में जलती चिताओं की राख से खेली जाती है।