भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने बेंगलुरु विश्वविद्यालय की मानद डॉक्टरेट की उपाधि लेने से इनकार किया. द्रविड़ खेल के क्षेत्र में अनुसंधान करके खुद यह डिग्री हासिल करना चाहते हैं.
रिसर्च करके खुद हासिल करेंगे डिग्री-
- राहुल द्रविड़ बेंगलुरु में ही पले बढ़े और यहीं अपनी शिक्षा पूरी की.
- बेंगलुरु विश्वविद्यालय ने अपने 52वें दीक्षांत समारोह में द्रविड़ को मानद डॉक्टरेट डिग्री देने की पेशकश की.
- विश्वविद्यालय के कुलपति बी थिमे गौड़ा ने कहा, ‘राहुल द्रविड़ ने मानद उपाधि के लिए चुने जाने पर बेंगलुरु विश्वविद्यालय का शुक्रिया अदा किया.’
- उन्होंने बताया, ‘आगे राहुल ने यह सन्देश दिया कि वह मानद उपाधि लेने के बजाए खेल क्षेत्र में अनुसंधान करके डॉक्टरेट की उपाधि हासिल करेंगे.’
- बता दें कि साल 2014 में गुलबर्गा विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में भाग नहीं लिया था.
- उन्हें तब मानद डॉक्टरेट की उपाधि के लिए 12 लोगों में चुना गया था.
- मालूम हो कि राहुल द्रविड़ ने 2012 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी.
- फिलहाल वह इंडिया-ए और अंडर-19 टीम के कोच के रूप में युवा क्रिकेटरों की प्रतिभा को निखारने में जुटें हैं.