चैंपियंस ट्रॉफी से पहले सभी क्रिकेट खिलाड़ियों का डोप टेस्ट किया जाएगा। इसमें खास बात यह होगी कि इस बार डोप टेस्प में ब्लड सैंपल लिया जाएगा। बता दें कि अब तक डोप टेस्ट में क्रिकेटर्स यूरिन सैंपल देते थे।
यह ब्लड टेस्ट है स्मार्ट टेस्ट-
- वर्ल्ड-डोपिंग एजेंसी की गाइडलाइंस के मुताबिक यह टेस्ट किया जाएगा।
- वर्ल्ड-डोपिंग एजेंसी ने इस ब्लड टेस्ट को स्मार्ट टेस्ट बताया है।
- बीसीसीआई के सूत्रों के मुताबिक क्रिकेटर्स का ब्लड सैंपल 10 साल तक रखा जाएगा।
- इसके बाद खिलाडि़यों से हर 6 महीने ब्लड सैंपल लिया जाएगा और इस ओरिजनल से मैच कराया जाएगा।
- बीसीसीआई के अनुसार अगर किसी बल्लेबाज या गेंदबाज के प्रदर्शन पर शक हो तो ब्लड सैंपल के जरिए टेस्ट कर जाना जा सकता है कि खिलाड़ी ने कोई गलत तरीका तो नहीं अपनाया है।
- वैसे तो क्रिकेट में डोपिंग की आशंकाएं बहुत कम है।
- लेकिन टी-20 आने के बाद इसमें शक्ति और स्टेमिना की आवश्यकता पड़ती है।
- बीसीसीआई के अनुसार ऐसे में ब्लड टेस्ट और स्माट टेस्टिंग ही इसका सही जबाव है।
- मालूम हो कि 2003 में एक भारतीय क्रिकेटर प्रदीप सांगवान डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है।
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