आज भारतीय फुटबॉल टीम जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम में अमेरिका के खिलाफ मैच खेलने उतरेगी और ये क्षण इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो जायेगा. भारत पहली बार फीफा विश्व कप की मेजबानी कर रहा है. इसी के साथ भारत (fifa u17wc) का 60 साल का सूखा ख़त्म हो रहा और भारत को मेजबानी करने का मौका मिला है. दरअसल भारत में लीग स्तर के टूर्नामेंट होते रहते हैं लेकिन विश्व मंच पर भारतीय टीम अन्य के मुकाबले काफी कमजोर रही है. इस प्रकार के टूर्नामेंट के सफल आयोजन से भारतीय टीम को भी नयी ऊर्जा मिलेगी.
भारतीय फुटबॉल के नए युग की शुरुआत (fifa u17wc)
- वहीँ अगर खिलाड़ियों की बात करें तो मणिपुरी मिडफील्डर अमरजीत सिंह कियाम ऐंड कंपनी किसी भी फीफा टूर्नमेंट में शिरकत करने की उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय टीम बन जाएगी.
- बाईचुंग भूटिया, आई एम विजयन और सुनील छेत्री जैसे भारतीय फुटबॉलर के हिस्से में ये उपलब्धि नहीं है.
- भारत के लिए जीत-हार से बढ़कर ये प्रतियोगिता है.
- एक तरफ मेजबानी और दूसरी तरफ आसमान छू लेने की ख्वाहिशें..
- आज इन खिलाड़ियों को अपने देश के दर्शकों के सामने विदेशी खिलाड़ियों को टक्कर देनी है.
- उत्साह से लबरेज ये टीम अगर कोई उलट-फेर कर दे तो हैरानी नहीं होनी चाहिए.
- देश की राजधानी दिल्ली के अलावा मुंबई, कोच्चि, गोवा, गुवाहाटी और कोलकाता में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के मैच खेले जायेंगे.
- कुल 52 मैच 28 अक्टूबर तक होने वाले टूर्नामेंट में खेले जाने हैं.
- भारत के प्रधानमंत्री इस उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे और उन्होंने टीम को शुभकामनाएं दी थी.
- भारतीय टीम उत्साह से लबरेज दिखाई दे रही थी.
- दिल्ली में दर्शकों का जमावड़ा लगा हुआ.