कनाडा के रिसर्चर ने एक ऐसे जीन की पहचान की है जो व्यक्ति को मोटा या पतला बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस जीन का नाम ‘फॉरेजिंग’ है. यह जीन व्यक्ति के मोटापे या खाना खाने से संबंधित विशेषताओं की भूमिका में सामंजस्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
जीन की भूमिका है महत्वपूर्ण-
- यह जीन व्यक्ति के मोटापा और पतलापन को प्रभावित करता है.
- कनाडा के टोरेंटो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के अनुसार यह अध्यन खाना खाने, चलने-फिरने और वसा संग्रह में जीन की भूमिका को लेकर ज़रूरी साबित हुआ है.
- इस अध्यन में रिसर्चर ने फल मक्खियों की प्रकृति के बारे में जानकारी दी है.
- अधिक फॉरेजिंग जीन वाली मक्खियां को ‘रोवर्स’ कहा जाता है.
- रोवर्स ज्यादा गति करती हैं, कम खाती है और पतली बनी रहती हैं.
- दूसरी तरफ कम फॉरेजिंग जीन वाली मक्खियां को ‘सीटर्स’ कहा जाता है.
- ‘सीटर्स’ मक्खियां ‘रोवर्स’ मक्खियां के विपरीत काम करती हैं.
- फॉरेजिंग जीन एक कोशिका संकेत अणु को प्रदर्शित करता है, जिसे सीजीएमपी आश्रित प्रोटीन काइनेज कहते हैं.
- शोधकर्ताओं ने कहा कि यह सिद्धांत मोटापाग्रस्त इंसानों में भी लागू होता है.
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