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भारत में गोवा टूरिस्ट प्लेस के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. लेकिन ये सिर्फ घूमने के लिए ही नहीं फेमस है. यहां बीच पर होने वाली नाईट पार्टियां काफी मशहूर होती हैं. सबसे ज्यादा विदेशी इसी जगह आते हैं, लेकिन इन तस्वीरों को देखकर आपको हैरानी होगी। जी हां 80 के दशक में गोवा (goa beautiful night) कुछ ज्यादा ही रंगीन हुआ करता था. बात दें कि उस समय पार्टियों में सिर्फ 70 से 80 रूपये में ये सब मिलता था और विदेशी खुलेआम ये काम किया करते थे…
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70-80 के दशक में कुछ यूं था गोवा (goa beautiful night):
- आज हम आपको बताने जा रहें हैं कि 1970 में गोवा आने वाले टूरिस्ट कैसे होते थे.
- जी हां उस समय मस्तमौला, घुमक्कड़ और बेफ्रिके हिप्पी टूरिस्ट काफी ओपन होते थे.
- 70 से 80 के दशक में गोवा की पार्टियां कुछ ज्यादा ही रंगीन होती हैं.
- बता दें आज से 40-50 साल पहले डीजे और डिस्को जैसे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट नहीं होते थे.
- बहुत कम लोगों को पता है कि गोवा के फेमस अंजुना बीच को पहले हिप्पियों का बीच कहा जाता था.
- सालों पहले ये इलाका नारियल के वृक्षों से घिरा हुआ सुनसान इलाका होता था.
- बता दें कि यहां टूरिस्ट अक्सर नशे में चूर दिखते थे.
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नशाखोरी के लिए ही बदनाम गोवा:
- अंजुना, कलंगूट (goa beautiful night) और वागाटोर बीच पर चांदनी रातों में रंगीन पार्टियां आयोजित की जाती थीं.
- यहां बड़ी संख्या में हिप्पी और अंग्रेज टूरिस्ट मौज मस्ती किया करते थे.
- वहीँ हिप्पी ट्रायल मूवमेंट के तहत सबसे पहले 1970 के दशक में हजारों की संख्या में हिप्पी भारत पहुंचे थे.
- ये इस्तांबुल, तेहरान, काबुल, हेरात, पेशावर, लाहौर, काठमांडू होते हुए भारत पहुंचे थे.
- बता दें कि हिप्पी नशे मेंटी आगे होते थे और इसी लिए नशाखोरी के लिए बदनाम था गोवा.
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