हिंदी को लेकर कई बार आशंकाएं जताई जाती है कि जिस तरह हम अपनी दिनचर्या में अंग्रेजी का उपयोग कर रहे हैं, इससे हमारी मातृभाषा कहीं पीछे न छूट जाए…। इन आशंकाओं पर विराम लगाने वाली रिपार्ट आई है, जो बता रही है कि हिंदी पीछे नही बल्कि अंग्रेजी को पछाड़कर इंटरनेट की दुनिया में आगे निकलने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2021 तक 53.6 करोड़ लोगों के ऑनलाइन रहने के समय अपनी क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल करने की संभावना है।
2021 में अंग्रेजी की तुलना में हिंदी होगी आगे :
- गूगल- केपीएमजी की रिपोर्ट आया है, जिसमें वर्ष 2021 तक 53.6 करोड़ लोगों के,
- ऑनलाइन रहने के समय अपनी क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल करने की संभावना है।
- इसका श्रेय मोबाइल एवं डाटा पैक के घटते दाम तथा स्थानीय सामग्री की उपलब्धता को जाएगा।
- रिपोर्ट के मुताबिक 2021 तक अंग्रेजी उपयोगकर्ताओं का पछाड़कर हिंदी उपयोगकर्ताओं की संख्या 19.9 करोड़ तक पहुंच जाएगी।
हो सकता है 73.5 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या :
- इस रिपोर्ट के मुताबिक 2021 तक 73.5 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हो जाएंगे।
- दिलचस्प बात यह है कि भारतीय भाषाओं में इंटरनेट का उपयोग करने वालों में बड़ी संख्या में लोग,
- पहले से सरकारी सेवाओं, क्लासीफाइड और खबरों का लाभ उठाने के साथ भुगतान भी वे ऑनलाइन कर रहे हैं।
- ये लोग न केवल चैट एप्प और डिजिटल मनोरंजन का लाभ उठा रहे हैं बल्कि वे डिजिटल भुगतान तरीके भी अपना रहे हैं।
2016 में थे 23.4 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता :
- वर्ष 2016 में भारतीय भाषाओं में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की संख्या 23.4 करोड़ थी।
- जबकि अंग्रेजी में इसका उपयोग करने वालों की संख्या 17.7 करोड़ थी।
- हिंदी के साथ-साथ मराठी, बंगाली, तमिल, कन्नड़ और तेलुगु उपयोगकर्ताओं की संख्या तेजी बढ़ने की संभावना है।