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कहते हैं ना, जब कोई व्यक्ति शराब पी लेता है तो वह अपने आपको दुनिया का सबसे ताकतवर इंसान समझने लगता है।लेकिन क्या कोई इतना भी नशे में हो सकता है, कि वह जाकर बाघ से भिड़ जाए।
ऐसा ही एक वाकया मध्य प्रदेश के ग्वालियर चिड़ियाघर में हुआ। जब अचानक शराब के नशे में एक युवक चिड़ियाघर में बाघ के बाड़े में कूद गया और बाघ को लड़ने की चुनौती दे डाली।
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मार्च 2014 की इस घटना में शराब के नशे में बाघ के बाड़े के अंदर कूदा युवक खुद को कालभैरव बता रहा था। उस समय बाड़े में दो बाघ मौजूद थे। हालांकि युवक के लगातार ललकारने के वाबजूद भी बाघ उसपर हमला करने की बजाय अपने पिंजड़े में घुस गया। लेकिन फिर भी युवक पीछे नहीं हटा, वह बाघ के पिंजरे के बाहर उसे बाहर निकलने के लिए ललकारता रहा। चिड़ियाघर में करीब एक घंटे तक यह तमाशा चला। बाड़े के बाहर खड़े लोग युवक को बाघ से दूर रहने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के कुछ ही दिनों युवक को रिहा कर दिया गया था क्योंकि उसके पिता का कहना था कि युवक मानसिक रूप से परेशान था और इसी वजह से उसने शराब के नशे में यह हरकत की थी।
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मार्च 2014 की इस घटना में शराब के नशे में बाघ के बाड़े के अंदर कूदा युवक खुद को कालभैरव बता रहा था। उस समय बाड़े में दो बाघ मौजूद थे। हालांकि युवक के लगातार ललकारने के वाबजूद भी बाघ उसपर हमला करने की बजाय अपने पिंजड़े में घुस गया। लेकिन फिर भी युवक पीछे नहीं हटा, वह बाघ के पिंजरे के बाहर उसे बाहर निकलने के लिए ललकारता रहा। चिड़ियाघर में करीब एक घंटे तक यह तमाशा चला। बाड़े के बाहर खड़े लोग युवक को बाघ से दूर रहने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के कुछ ही दिनों युवक को रिहा कर दिया गया था क्योंकि उसके पिता का कहना था कि युवक मानसिक रूप से परेशान था और इसी वजह से उसने शराब के नशे में यह हरकत की थी।
मार्च 2014 की इस घटना में शराब के नशे में बाघ के बाड़े के अंदर कूदा युवक खुद को कालभैरव बता रहा था। उस समय बाड़े में दो बाघ मौजूद थे। हालांकि युवक के लगातार ललकारने के वाबजूद भी बाघ उसपर हमला करने की बजाय अपने पिंजड़े में घुस गया। लेकिन फिर भी युवक पीछे नहीं हटा, वह बाघ के पिंजरे के बाहर उसे बाहर निकलने के लिए ललकारता रहा। चिड़ियाघर में करीब एक घंटे तक यह तमाशा चला। बाड़े के बाहर खड़े लोग युवक को बाघ से दूर रहने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के कुछ ही दिनों युवक को रिहा कर दिया गया था क्योंकि उसके पिता का कहना था कि युवक मानसिक रूप से परेशान था और इसी वजह से उसने शराब के नशे में यह हरकत की थी।
मार्च 2014 की इस घटना में शराब के नशे में बाघ के बाड़े के अंदर कूदा युवक खुद को कालभैरव बता रहा था। उस समय बाड़े में दो बाघ मौजूद थे। हालांकि युवक के लगातार ललकारने के वाबजूद भी बाघ उसपर हमला करने की बजाय अपने पिंजड़े में घुस गया। लेकिन फिर भी युवक पीछे नहीं हटा, वह बाघ के पिंजरे के बाहर उसे बाहर निकलने के लिए ललकारता रहा। चिड़ियाघर में करीब एक घंटे तक यह तमाशा चला। बाड़े के बाहर खड़े लोग युवक को बाघ से दूर रहने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के कुछ ही दिनों युवक को रिहा कर दिया गया था क्योंकि उसके पिता का कहना था कि युवक मानसिक रूप से परेशान था और इसी वजह से उसने शराब के नशे में यह हरकत की थी।
मार्च 2014 की इस घटना में शराब के नशे में बाघ के बाड़े के अंदर कूदा युवक खुद को कालभैरव बता रहा था। उस समय बाड़े में दो बाघ मौजूद थे। हालांकि युवक के लगातार ललकारने के वाबजूद भी बाघ उसपर हमला करने की बजाय अपने पिंजड़े में घुस गया। लेकिन फिर भी युवक पीछे नहीं हटा, वह बाघ के पिंजरे के बाहर उसे बाहर निकलने के लिए ललकारता रहा। चिड़ियाघर में करीब एक घंटे तक यह तमाशा चला। बाड़े के बाहर खड़े लोग युवक को बाघ से दूर रहने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के कुछ ही दिनों युवक को रिहा कर दिया गया था क्योंकि उसके पिता का कहना था कि युवक मानसिक रूप से परेशान था और इसी वजह से उसने शराब के नशे में यह हरकत की थी।