दुनिया भर में लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए इस्तेमाल किये जाने वाले वेब ब्राउजर्स में पासवर्ड सेव करके रखते हैं. इस तरह उन्हें दोबारा से इंटरनेट का उपयोग करने के दौरान लॉग इन करने में समस्या नहीं होती है. लोग वेब ब्राउजर्स में अपना यूजरनेम, पासवर्ड, ऐड्रेस और दूसरी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां सेव कर देते हैं. मगर आपका ऐसा करना खतरनाक हो सकता है. ब्राउजर्स के इन बिल्ट पासवर्ड मैनेजर में एक खामी ढूंढी है जिसके जरिए कोई आपके ब्राउजर में सेव किए गए पासवर्ड्स चुरा सकता है.
इन वेब ब्राउजर्स से चोरी हो सकते हैं पासवर्ड्स :
दुनिया भर में लोग गूगल के क्रोम ब्राउजर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए करते हैं. लोगो के बीच सबसे ज्यादा पसंदीदा वेब ब्राउजर है जिससे पासवर्ड चोरी हो सकते हैं. इसके साथ ही मोजिला फायरफॉक्स और ओपेरा ब्राउजर भी इस खामी के शिकार हो सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि माइक्रोसॉफ्ट का ऐज ब्राउजर पासवर्ड मैनेजर में मिले इससे सुरक्षित नहीं है.
ब्राउजर में सेव किए गए पासवर्ड्स की कौन कर रहा चोरी :
कुछ रिसर्चर्स ने शोध के बाद निष्कर्ष निकाला है कि AdThink और OnAudiance नाम की दो मार्केटिंग कंपनियां ब्राउजर में दिए गए पासवर्ड में सेंध मारने का काम कर रही हैं. शोध में ये भी निष्कर्ष निकला कि थर्ड पार्टी ट्रैकिंग स्क्रिप्ट से ये वेबपेज के बैकग्राउंड में लॉग इन फॉर्म बनाते हैं. इस तरह ब्राउजर आधारित पासवर्ड उसमें सुरक्षित हो जातें हैं.
ये है बचाव का तरीका :
अगर आप वेब ब्राउजर में पासवर्ड यूजरनेम सेव ही नहीं करेंगे, किसी के लिए इसे चुराना काफी चुनौती भरा काम होगा. इसके अलावा सेव किए गए पासवर्ड के कई और नुकसान है. यदि आपने गलती से ब्राउजर खुला छोड़ा तो कोई भी इसका गलत फायदा उठा सकता है. अतः सावधान रहें और सदैव सुरक्षित रहें.