दाऊजी मन्दिर में हुआ हुरंगा
मथुरा-
दाऊजी मंदिर में हुरंगा के रंग में हुरियारे और हुरियारिनें रंग गए। मंदिर के पट खुलते ही परिसर रंगीन तालाब के रूप में नजर आने लगा। इसमें लोगों ने उछल-कूदकर एक-दूसरे पर रंग डाला। करीब तीन घंटे के समारोह में हर कोई राधे-कृष्ण और बलदाऊ के जय-जयकार किए जा रहा था। यहां रंग और गुलाल हर जगह उड़ता हुआ नजर आ रहा था। इस दौरान होली के गीतों से मंदिर परिसर गूंज रहा था।
हुरंगे के दौरान लोगों ने घरों में भांग घोंटकर परंपरा अनुसार दाऊजी महाराज को भांग चढ़ाई। इसके बाद मंदिर में रंगों से भरे हॉजों से रंग को बाल्टी से निकालकर हुरियारों ने हुरियारिनों पर डाला। हुरियारिनों पर जब रंग गिरा तो उन्होंने हुरियारों के कपड़े फाड़ डाले। इसका कोड़ा बनाकर उन्हें प्यार से पीटना शुरू किया। खास बात है कि हुरंगा में कोई गोपी रूप हुरियारिन किसी हुरियारे के कमर से नीचे के कपड़े नहीं फाड़ती। हुरंगें के कार्यक्रम के दौरान हुरियारे और हुरियारिनों ने होली के रसिया गाया। इस दौरान मंदिर में ढोल, मृदंग और झांझ बज रहे थे। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने इसका आनंद लिया।
माना जाता है कि होरी के बाद हुरंगे की शुरुआत ब्रज के राजा बलदाऊ ने की थी। जब श्रीकृष्ण ब्रज को छोड़कर द्वारिका नगरी चले गए थे, तब ब्रजवासी उनकी याद में दुखी रहने लगे। उस वक्त कृष्ण को वापस मथुरा लाने के सभी प्रयास विफल हो गए। इससे पहले जरासंध के हमले से मथुरा को काफी क्षति हुई थी। तब ब्रज में खुशी का माहौल बनाने के लिए ब्रजराज बलदाऊ ने वीणा उठाया था। तब उन्होंने हुरंगा का आयोजन किया। आज हुरंगा में आईजी आगरा नचिकेता झा, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय, जिलाधिकारी पुलकित खरे और सभी अधिकारी मौजूद रहे।
Report:- Jay