दहकते अंगारों पर किया मातम -इमाम हुसैन की याद में दहकते अंगारों पर मातम।
हरदोई में दहकते अंगारों पर किया मातम
-इमाम हुसैन की याद में दहकते अंगारों पर मातम
-अंगारों पर मातम देखने के लिए लोगों की उमड़ी भीड़
-पिछले 150 वर्षों से होता चला आ रहा मातम
-इमाम हुसैन की याद में होता है मातम
डेढ़ सौ वर्षों से मोहर्रम के महीने में हर वर्ष की तरह हरदोई की पुलिस लाइन में इस बार भी हजरत इमाम हुसैन अलै हिस्सलाम व करबला के 72 शहीदों की शहादत की याद में रात भर शब्बेदारी की गई।
रात के अंतिम पड़ाव में अंगारों पर चलकर आग का मातम किया गया जिसमे शिया समुदाय के लोगों ने या हुसैन या हुसैन की सदाएं बुलंद करते हुए आग पर नंगे पांव चलकर मातम किया।
हरदोई की पुलिसलाइन में इमामबाड़ा बारगाह-ए-हुसैनी के मुख्य चबूतरे पर अब्बास हुसैनी के तत्वधान के कर्बला शहीदो की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पहले मजलिस का आयोजन किया गया जिसमे मौलाना कुमैल अब्बास ने मजलिस पढ़ी और वाकय़ाते कर्बला बयाँ किये जिसको सुनकर लोगों की आँखे नम हो गयीं और लोग फफक कर रो पड़े।
इसके बाद में शिया समुदाय के लोगों ने नौहाख्वानी और मातम पेश करते हुए शहीदान-ए-कर्बला को खिराजे अक़ीदत पेश किया।
पुलिस लाइन स्थित अंगारों पर मातम करने के लिए शाम से ही लकडिय़ों को जलाकर अंगारा बनाया गया जिस पर शिया समुदाय के लोगों ने अलम के साए में दहकते हुए अंगारों पर चलते हुए मातम पेश किया और जंजीर का मातम कर कर्बला के शहीदों को खिराजे अक़ीदत पेश किया गया।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को देखने और सुनने के लिए कस्बा सहित आस- पास के ग्रामीण अंचलों के अलावा बाहरी लोग भी सैकड़ों की संख्या में उमड़ पड़े।सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल की भी चौकसी रही।
कार्यक्रम के समापन के बाद कमेटी के लोगों ने मुहर्रम के सभी कार्यक्रमों को सकुशल कराने में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था किए जाने पर जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।
Report:- Manoj