एक ऐसेे किक्रेटर जिसने अपने पहले ही मैच में शतक जड़कर अपने आपको साबित कर दिया था। यह बात तब की है जब किसी खिलाड़ी द्वारा शतक लगाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि के समान था। अपने पहले ही टेस्ट बेहद कठिन परिस्थितियों में शतक लगाने वाले देश के उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर दीपक शोधन का आज निधन हो गया है। वह 87 साल के थे। शोधन का निधन अहमदाबाद स्थित उनके निवास पर हुआ। वह फेफड़े के कैंसर से पीड़ित थे। बीते साल फरवरी में उन्हें फेफड़े के कैंसर से पीड़ित होने के बारे में जानकारी मिली थी।
दीपक शोधन बाएं हाथ के आकर्षक बल्लेबाजी करते थे। उन्होंने भारत के 1952 और 1953 में तीन टेस्ट मैच खेले और 60.33 के औसत से 181 रन बनाए, इसमें एक शतक शामिल है। शोधन ने अपने कैरियर का आगाज कोलकाता में किया था। शोधन ने 25 साल की उम्र में टेस्ट पदार्पण करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ ऐसे मौके पर शतक लगाया था, जब भारत 179 रनों पर छह विकेट गंवा चुका था। आठवें क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आए शोधन जब 110 रन बनाकर आउट हुए तब तक भारत 397 रन बना चुका था। उस जमानें में खेेली उनकी ये पारी आज भी याद की जाती है। भारत के तमाम किक्रेटरों ने उनकी मृृत्यू पर शोक प्रकट किया।