भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने स्वीकार किया कि बॉक्सर और सांसद के तौर पर एक साथ काम करना आसान नहीं है। मैरी कॉम ने कहा कि ये दोनों ही काम थकाने वाले होते है।
बॉक्सिंग रिंग और संसद के बीच तालमेल बनाना आसान नहीं-
- मैरी कॉम ने माना कि बॉक्सिंग रिंग और संसद के बीच तालमेल बैठाना आसान काम नहीं है।
- पांच बार वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम के अनुसार बॉक्सर और सांसद दोनों ही काम थकाने वाले होते हैं।
- उन्होंने बताया कि 15 दिन पहले राष्ट्रीय शिविर से जुड़ी हैं और जल्द ही बजट सत्र आरंभ होने वाला है।
- उन्होंने बताया, ‘मैं सुबह सात बजे आईजी स्टेडियम में ट्रेनिंग के लिए जाती हूं और फिर वापस आकर सीधे संसद के लिए रवाना होती हूं।’
- आगे उन्होंने कहा, ‘कड़ी ट्रेनिंग के बाद बुरी तरह थक जाते हैं लेकिन संसद की कार्यवाही इतनी जीवंत होती है कि इसमें नींद आने का जोखिम नहीं रहता है।’
- पिछले साल मई में हुई विश्व चैपिंयनशिप के बाद मैरी कॉम ने कोई भी प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया है।
- अब उन्होंने वजन वर्ग 51 किग्रा फ्लाइवेट से 48 किग्रा लाइट फ्लाइवेट करने का फैसला किया है।