कैसा ये देश हो रहा, ये कैसी लाचारी है,
देश के स्वर्ग कश्मीर में हर रोज़ हो रही गोलीबारी है।
भक्त मर रहे और सेना भी रोज़ मरती रहे, ये कैसी परीक्षा है,
छप्पन इंची सीने वाले, बड़बोले मोदी जी की अब और क्या इच्छा है।
आतंकी हर रोज़ अपने मजहबी कुनबो से देश में आग लगाते हैं,
भारत को भारत के घर में ही उसकी औकात दिखाते हैं।
कश्मीर तो जल ही रहा था, बंगाल, केरल, भी जल रहा है,
गिद्धों की टोलियो में कट्टरपंथी इस्लामिक, लाल नक्सलवादी, आतंकियों का अभिमान पल रहा है।
बड़ी-बड़ी बातें करते नेतागण, कड़ी निन्दा से ही काम चलाते है,
कुर्सी कहीं दूर न जाये, बस उतनी मजबूरी बतलाते हैं।
शांति-शांति का शब्द और समझौतों की य़ाद दिलाते हैं,
सेना पर आदेश चलाकर उनको शहीद कराते हैं।
हद हो गई मोदी जी, आप तो बड़े सुरमा बनते थे,
ऐसा करेंगे वैसा करेंगे जनता से बड़बोली मन की बातें करते थे।
आखिर कब तक दंश रहेगा भारतवासी के आंगन में,
कितने निर्दोष और मरेंगे पवित्र भारत में हिन्दुओं की बली दे देकर, बुरहान, ज़ुनैदो, लाल नक्सलवादियों के गुण गाये जाते हैं।
घर के ही गिद्धों द्वारा, घर में आतंकी लाए जाते हैं,
छाती पीटे जाते हैं जब पत्थरबाज, आतंकी कोई मर जाता है,
नेताओं की सहानुभूति पर कोर्ट भी मुहर लगाता है।
केरल, से बंगाल, बंगाल से कश्मीर तक ज़िहादी दहशतगर्दी है,
आतंकियों की गोलियों से छलनी हो रही सैनिकों की वर्दी है।
कब लेंगे कड़ा फैसला जनता ये जानना चाहती है,
रक्त में हिंदुत्व है, ये पहचानना चाहती है।
बहुत हो गई कड़ी निन्दा, बहुत हो गई संवेदना,
विदेश यात्राएं बहुत कर चुके, मोदी जी अब तो कुछ हुंकार भरो।
देश की जनता गर्व कर सके ऐसा कुछ विचार करो,
सत्ता का अब मोह त्याग दो, सैनिक का सम्मान करो।
खुली छूट दो सेना को,
आतांकियों नक्सलवादियों का काम तमाम करो।
पत्थरबाजों और गद्दार गिद्धों के सीनें में घूसती गोली हो,
हिन्दोस्तां पर गर्व रहे और भारत माता के जय की बोली हो!!
Writer:
Shubha Sunil Tiwari