मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, लखनऊ में जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2016 का क्वार्टर फाइनल मैच खेला जा रहा था. भारत 0-1 से पिछड़ रहा था. ऐसा नहीं था कि भारत को मौके नहीं मिले थे लेकिन भारत उन मौकों को गोल में बदलने में कामयाब नहीं हो पा रहा था. टीम को दूसरे हाफ में मैच का कुल 5वां पेनाल्टी कार्नर मिला और यहीं से भारत की किस्मत बदली. भारत ने पिछली गलतियों से सबक लेते हुए इस बार गेंद को स्पेन के गोलपोस्ट के अंदर डालने में सफलता पा ली थी. स्टेडियम का माहौल बदल चुका था. एक गोल के साथ मैच में बराबरी करने की ख़ुशी स्टेडियम में मौजूद हर शख्स के चेहरे में देखी जा सकती थी. तिरंगा लहरा रहा था, इंडिया-इंडिया के नारों से स्टेडियम गूंज रहा था.
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दर्शकों के उत्साह ने टीम इंडिया का बढ़ाया मनोबल:
- पहले हाफ की समाप्ति पर टीम इंडिया 0-1 से पिछड़ रही थी.
- पहले हाफ में टीम को 3 पेनाल्टी कार्नर मिले लेकिन उन्हें गोल में बदलने में कामयाबी नहीं मिल पायी.
- दूसरे हाफ में भी ये सिलसिला जारी रहा.
- जबकि स्पेन को एक मात्र पेनाल्टी कार्नर पहले हाफ में मिला और उन्होंने गोल करके बढ़त बना ली थी.
- दूसरे हाफ में टीम ने 5वें पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदला और मैच में बराबरी की.
- अंतिम 8 मिनट में भारत ने मैच पर पूरा कब्ज़ा कर लिया.
- लगातार हमलों से स्पेन की टीम बौखला गई थी.
- बौखलाहट में स्पेन की टीम गलतियाँ करती रही.
- भारत ने फिर अपने 8वें पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदला और मैच में 2-1 की बढ़त बना ली.
- पुरे मैच में टीम को अपार समर्थन मिलता रहा.
- लेकिन आखिरी 10 मिनट में स्पेन की टीम को मैदान और मैदान के बाहर दोनों तरफ से चुनौती मिल रही थी.
- जैसे ही गेंद भारतीय खिलाड़ियों के पास आती, स्टेडियम में शोर देखते ही बनता था.
- लखनऊ की फिजा में जो शोर उभर रहा था, चारों तरफ केवल हॉकी टीम के लिए उत्साह ही दिखाई दे रहा था.
- मैच की समाप्ति के बाद पूरी हॉकी टीम ने स्टेडियम में घूम-घूमकर दर्शकों का अभिवादन किया.
- टीम ने कहा कि मैच के मुश्किल क्षणों में जब ऐसा समर्थन मिले तो टीम में जोश दोगुना हो जाता है.
भारत का अगला मुकाबला सेमी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के साथ होगा. भारत को पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलने का औसत अच्छा करना होगा. मैच शुक्रवार को निर्धारित समयानुसार शाम 6 बजे शुरू होगा. जूनियर वर्ल्ड कप का फाइनल 18 दिसंबर को खेला जाना है.