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PHOTOS: ये हैं 4000 टॉयलेट बनवाने वाली महिला मजूदर, रह रही झुग्गी में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाये गए स्वच्छ भारत अभियान को आज पूरा देश आगे ले जा रहा है. बता दें कि स्वच्छ भारत अभियान को सरकार द्वारा देश की स्वच्छता के प्रतीक के रूप में शुरू किया गया है। स्वच्छ भारत का सपना महात्मा गाँधी जी ने देखा था. इसको लेकर उन्होंने कहा था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है और स्वच्छता स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है। आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, लेकिन मजदूरी करने वाली ये औरत 4000 टॉयलेट बनवा चुकी है, ताकि सभी महिलाएं सुरक्षित रहें. 

झुग्गी झोपड़ी में रह रही कलावती:

कानपुर की रहने वाली जिस महिला ने पूरे देश में अपना नाम बनाया है वो किसी महल और महँगी कारों में चलने वाली महिला नहीं हैं. जी हाँ झुग्गी-झोपड़ियों में रह कर अपना जीवन व्यतीत करने वाली कलावती देवी पेशे से मजदूर हैं. वह मकान निर्माण में मजदूरी का कार्य करती हैं, लेकिन 57 साल की ये महिला अब कोई आम महिला नहीं रह गई हैं. कलावती अपनी मजदूरी के दम पर अब तक 4000 शौचालय बना चुकी हैं.

Worker Women kalavati devi

बताया जाता है कि कलावती देवी नाम की ये महिला कानपुर के ‘राजा का पुरवा’ नाम की जगह में झुग्गी में रह रही हैं. एक समय पर इस जगह एक भी शौचालय नहीं था. यहां रहने वाले 700 परिवार खुले में शौच करते थे.

Worker Women kalavati devi 2

कलावती देवी ने सबसे पहले अपने इलाके में एक पब्लिक टायलेट बनवाया. पैसे तो बहुत अधिक थे नहीं इसलिए लोकल एनजीओ की मदद ली. अपने पति की मदद से उन्होंने ये शौचालय बनाया.

कुछ ऐसी थी कलावती की जिंदगी:

कलावती देवी ने इस काम को करने के लिए NGO से भी मदत ली है जिसके चलते ये 4000 शौचालय बनवा चुकी हैं. वहीँ कलावती कानपूर में सिर्फ अपने काम को लेकर रहने आई थी. वह सीतापुर नाम के एक छोटे से गांव की  रहने वाली हैं.

Women kalavati devi

बताया जाता है कि 14 साल की उम्र में उनकी शादी हो गई थी और कुछ सालों में उनके पती का भी देहांत हो गया. जिसके चलते उनके सामने बच्चों की परवरिश की समस्या खड़ी हो गई थी. लेकिन कलावती देवी ने अपनी बेटियों को अच्छे से पाला और सबकी शादियाँ भी करवाई.

Worker Women kalavati

बता दें की वह अब अपनी बेटी और नाती-पोतों के साथ रहती है और ‘श्रमिक भारती’ नाम के एनजीओ के साथ मिलकर सरकार की मदद से इस काम को आगे बढ़ा रही हैं.

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