नुमाइश मेले में सज गईं खाजा की दुकानें।

-एक विशेष प्रकार की मिठाई होती है खाजा
-यह मिठाई आपको खाने के लिए खुद आमंत्रित करती है
-इस मिठाई का नाम है खाजा मिठाई
-चार प्रकार का खाजा मिलता है नुमाइश मेले में

मिठाइयों में जैसे मुरैना की गजक और आगरे का पेठा मशहूर है ऐसे ही एक और मिठाई मशहूर है जिसको कहा जाता है खाजा।सबसे खास बात यह कि यह मिठाई खुद ही आपको खाने के लिए निमंत्रित करती है, क्योंकि इसका नाम ही है खाजा।हरदोई के नुमाइश मेले के दौरान इसकी दुकान सजती है।पिछले साल कोविड के दौरान यह मेला नही लगा था लेकिन इस बार यह मेला लगा है तो खाजा की दुकानें भी सज गयी है।यह मिठाई दिखने में पेटीज जैसी होती है। इसकी खासियत इसकी परतें ही हैं। सिलाव में यूं तो कई परतों वाला खाजा बनता है, लेकिन 52 परत वाला खाजा सबसे ज्यादा मशहूर है। यह खाने में ज्यादा कुरकुरा और कम मीठा होता है, जिसकी वजह से लोग इसे पसंद करते हैं। सिलाव में खाजा बनने के चार प्रकार हैं। जल्द खराब नहीं होने वाली इस खास मिठाई के चार प्रकार- मीठा खाजा, नमकीन खाजा, देशी घी का खाजा और सादा खाजा बनाए जाते हैं।

Report – Manoj

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