आगामी अप्रैल महीने में देश के उच्च सदन राज्य सभा से समाजवादी पार्टी के 6 सांसद रिटायर हो रहे हैं। इनमें दर्शन सिंह यादव, नरेश अग्रवाल किरणमय नंदा और जया बच्चन का नाम मुख्य है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थिति से साफ़ है कि पार्टी सिर्फ 1 सदस्य ही राज्य सभा में चुन कर भेज सकती है। सपा से राज्यसभा जाने वालों में नरेश अग्रवाल, किरणमय नंदा और जया बच्चन का नाम सबसे आगे चल रहा है। इस बीच जया बच्चन को नजरंदाज कर एक अन्य नेता को सपा से राज्यसभा भेजे जाने की चर्चाएँ चल रही हैं।
2 अप्रैल को रिटायर हो रहे सांसद :
समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन का कार्यकाल आगामी अप्रैल महीने में खत्म हो रहा है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के भी 5 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। समाजवादी पार्टी से 2 बार राज्यसभा सांसद रह चुकीं जया बच्चन के लिए यूपी में जगह नहीं दिखाई दे रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पार्टी की इस समय विधानसभा में हालत पिछली बार से ज्यादा कमजोर है। ऐसे में वह खुद के दम पर सिर्फ 1 सीट ही जीत सकती है। ऐसे में यदि देखा जाये तो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यसभा जाने वाले नेता के लिए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कठिन समय में अखिलेश का साथ देने वाले किरणमय नंदा का नाम चुनेंगे। हालाँकि अभी इसका कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है मगर सियासी मौसम को देखते हुए ऐसा हो भी सकता है।
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प्रमोद तिवारी भी जा सकते हैं राज्यसभा :
सपा अपने खाते से सिर्फ 1 सदस्य को उच्च सदन में भेज सकती है। इसके अलावा सपा-बसपा और कांग्रेस के 7 विधायकों का समर्थन मिल जाये तो प्रमोद तिवारी फिर से राज्यसभा के लिए चुने जा सकते हैं। प्रमोद तिवारी हमेशा से सियासी जोड़-तोड़ में माहिर रहे हैं। सपा की सांसद जया बच्चन के तृणमूल कांग्रेस से संसद सदस्य चुने जाने की चर्चाएँ हो रही हैं। मगर तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी की शर्त है कि पार्टी से राज्यसभा जाने वाले सदस्य का पार्टी ज्वाइन का जरूरी है। ऐसे में अगर जया बच्चन को फिर से सांसद बनना है तो उन्हें सपा से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन करना पड़ेगा।