आज के समय में हर उम्र के व्यक्ति को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए. आज कल के वातावरण में सिर्फ बुजुर्गों को ही नहीं बल्कि हर उम्र के लोगों को अपना ख़ास ख्याल रखना चाहिए. आज के समय में शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाना आम बात है. अब चाहे वो बुजुर्ग हो या युवा सभी में यह समस्या देखी गयी हैं.
डाइट में लाये कैल्शियम:
एक शोध के मुताबिक भारत के लोग अपनी खुराक में उतना कैल्शियम को शामिल नहीं करते जितना उनके शरीर के लिए जरुरी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में वयस्कों की खुराक में कैल्शियम तकरीबन जरूरत की आधी मात्रा होती है. शरीर में कैल्शियम की पूर्ती के लिए अपने आहार में हरी सब्जियां, दूध, अंडे ,दही, मछली, पनीर आदि को शामिल करें.
डॉक्टर्स की मानें तो मानव शरीर के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है. हमारी हड्डियों की मजबूती के लिए दैनिक खुराक में कैल्शियम की जरुरी मात्रा होनी चाहिए. जिस तरह से हमारी जीवन शैली बदल रही है उसी तरह हम हेल्थी फ़ूड से जंक फ़ूड और फ़ास्ट फ़ूड की तरफ बढ़ रहे हैं. खानपान में परिवर्तन के चलते शरीर में कैल्शियम की कमी होना एक आम बात हो गई है,जो आगे चलकर स्वास्थ्य को प्रभावित करती है. शरीर के स्वस्थ और संतुलित विकास के लिए हर उम्र में कैल्शियम की आवश्यकता होती है. बच्चों के शरीर, दांतों के आकार और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी कैल्शियम जरूरी है.
चोट लगने पर करता है मदद:
शरीर में कैल्शियम की कमी से हमें कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. कैल्शियम हमारे शरीर के घावों को भरने में कारगर होता है. शरीर पर लगी चोटें, घाव और खरोच भी कैल्शियम की मदद से ही ठीक होते हैं. शरीर में कैल्शियम की कमी के घटक दुषप्रभाव हैं जो धीरे धीरे सामने आते हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लोग औसतन महज 429 मिलीग्राम कैल्शियम रोजाना अपनी डायट में लेते हैं जबकि शरीर को इसकी जरूरत 800-1000 मिलीग्राम रोजाना होती है.