2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पार्टी पदाधिकारियों संग बैठक कर संगठन को मजबूती देने में लगे हुए हैं। इसके साथ ही सपा की गठबंधन साथी बसपा भी पार्टी नेताओं के साथ चुनावी रणनीति बना रही है। इसके अलावा बसपा में सफाई अभियान भी शुरू हो गया है। जो नेता पिछले काफी समय से पार्टी में सक्रिय नहीं है, उसकी पार्टी से छुट्टी की जा रही है। इसी क्रम में बसपा ने अपनी एक महिला पूर्व सांसद को पार्टी से निकाल दिया है जिसके बाद नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
बसपा ने किया निष्कासित :
बसपा सुप्रीमो मायावती की नजरें अपनी ही पार्टी के 3 कद्दावर नेताओं पर टेढ़ीं हो गई हैं। मायावती ने बसपा की पूर्व सांसद कैसरजहां, पूर्व कैबिनेट मंत्री रामहेत भारती और पूर्व विधायक जासमीर अंसारी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते निकाल दिया है। इनके निकाले जाने की खबर पार्टी में फैलने के साथ ही सभी लोग हैरान हैं। बसपा में इन तीनों ही नेताओं पर पार्टी प्रमुख मायावती का काफी करीबी माना जाता था। ऐसे में लोकसभा चुनाव के पहले इनका पार्टी से बाहर जाना एक संदेश है कि बसपा सुप्रीमों लोकसभा चुनाव को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतेंगी।
तीनों नेता सीतापुर से रखते हैं ताल्लुक :
बसपा से निकाले गए तीनों नेता सीतापुर जिले के हैं। इनमें से कैसरजहां 2009 में पहली बार बसपा के टिकट पर सांसद चुनी गई थीं। उनके पति जासमीर अंसारी 2007 में लहरपुर सीट से विधायक चुने गए थे। इनके अलावा रामहेत भारती हरगांव विधानसभा क्षेत्र से 3 बार विधायक रह चुके हैं। फिर भी बसपा सुप्रीमो ने उनकी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की और पार्टी से बाहर कर दिया। मायावती के इस आक्रामक कदम से राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई है। इसका असर अन्य नेताओं में भी देखा जा रहा है।