नासा सूरज के वातावरण में अध्ययन करने का मन बना लिया है। इसके लिए वह बहुत समय से लगा हुआ है। नासा (NASA aircraft robotics) सूर्य के वायुमंडल में सीधे उड़ान भरने के लिए अपने इस मिशन से संबंधित नई जानकारी देने के लिए तैयार है।
नई जानकारी देने के लिए तैयार NASA aircraft robotics :
- नासा सूर्य पर एक एयरक्राफ्ट भेजने की तैयारी कर रहा है, यह एयरक्राफ्ट रोबोटिक्स होगा।
- बता दें कि नासा इस एयरक्राफ्ट को अगले साल सूर्य की ओर भेजने की तैयारी में है।
- वैज्ञानिक 31 मई को 11 बजे आयोजित एक कार्यक्रम में इसके बारे में घोषणा करेगें।
- माना जा रहा है कि इस घोषणा में मिशन से संबंधित कई नई जानकारी का खुलासा किया जा सकता है।
- कार्यक्रम शिकागो के विलियम एखर्ड अनुसंधान केंद्र ऑडिटोरियम विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा।
- 11 मई आयोजित यह कार्यक्रम नासा टीवी पर लाइव दिखाया जाएगा।
तैयार की गई एक विशेष प्रकार की शील्ड :
- सूर्य के वायुमंडल में भेजे जाने वाले एयरक्राफ्ट के लिए एक विशेष प्रकार की कार्बन कंपोज़िट शील्ड तैयार की गई है।
- कार्बन कंपोज़िट शील्ड 11.4 सेंटीमीटर की है।
- इस शील्ड से 1377 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी एयरक्राफ्ट को सुरक्षा मिलेगी।
सूर्य के अधिक पास नहीं जाया जा सकेगा :
- एयरक्राफ्ट को लेकर मैरीलैंड में गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के नासा के एक शोध वैज्ञानिक एरिक ईसाई ने जानकारी दी है।
- उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि सूर्य के अधिक पास नहीं जाया जा सकेगा लेकिन सूर्य को लेकर कुछ सवालों के उत्तर पाए जा सकते हैं।
मिलेगी सूर्य के वातावरण को समझने में मदद :
- जानकारी के मुताबिक अंतरिक्ष यान सूरज की सतह के 4 मिलियन मील की दूरी तक ही जाएगा।
- वैज्ञानिकों को सूर्य की बाहरी वायुमंडल, या कोरोना के माध्यम से सौर हवा को समझने मदद मिलेगा।
- जब तक वैज्ञानिक यह नहीं बता सकते कि सूर्य के नजदीक क्या हो रहा है, तब तक वे अंतरिक्ष मौसम के प्रभाव का सही अनुमान नहीं लगा पाएंगे।
- नासा का कहना है कि ये मिशन ‘एक विशाल सौर घटना’ का अनुमान लगाने में मदद कर सकता है।