ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के एक सत्र में खुलासा करते हुए बताया कि 2014 में वह न्यूरोलॉजी से जुड़ी समस्याओं का शिकार हो गए थे जिसके कारण उनके हाथों में कंपन पैदा हो गया था। सत्र का संचालन कर रहे बोरिया मजूमदार ने बताया कि उस स्थिति को ‘मिर्गी’ कहते है।
‘हाथ कंपकंपाता रहता था’-
- अभिनव बिंद्रा ने बताया कि वह 2014 में न्यूरोलॉजी से जुड़ी गंभीर समस्या से जूझ रहे थे।
- उन्होंने बताया कि इस दौरान उनका हाथ कंपता रहता था।
- अभिनव बिंद्रा भारत के प्रमुख निशानेबाजों में से एक है।
- ओलंपियन अभिनव ने बताया, ‘मैं जिस खेल से जुड़ा हूं उसमें हाथ का स्थिर रहना बेहद आवश्यक है।
- उन्होंने बताया कि उस समय उनकी स्थिति काफी विकट थी।
- इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के इस सत्र का संचालन कर रहे बोरिया मजूमदार ने बताया कि इतनी विकट स्थिति के बावजूद बिंद्रा ने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता।
‘2024 ओलंपिक के लिए करनी चाहिए मेहनत’-
- स्वर्ण पदक विजेता अभिनव ने कहा कि 2020 ओलंपिक को भूलकर 2024 के लिए मेहनत करनी चाहिए।
- उन्होंने कहा कि 2020 ओलंपिक के लिए काफी कम समय बचा है और इतने कम समय में काफी बदलाव नहीं किए जा सकते है।
- अभिनव ने कहा कि हमें सही व्यवस्था बनानी होगी जिसके लिए पर्याप्त समय चाहिए।